मृत व्यक्ति पर मेडा के अधिकारियों ने दर्ज कराया मुकदमा 

मुकदमे में जिस मूलचंद को नामजद कराया उनकी हो चुकी है मौत

मेरठ। मेडा के  अवर अभियंता ने अजब गजब काम किया है। भावनपुर थाने में मृत व्यक्ति पर ही अफसरों ने मुकदमा दर्ज कराया है। गंगानगर योजना के पॉकेट-वी में किसानों की जमीन पर कब्जा लेने गई टीम को पिछले एक सप्ताह से किसानों का विरोध झेलना पड़ रहा है। इसी को लेकर अफसरों ने भावनपुर थाने में 17 किसानों को नामजद करते हुए गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्जकराया है। इस दौरान मूलचंद नाम के किसान को भी नामजद किया गया है, जिसकी मृत्यु इसी साल 17 मार्च को ही चुकी है। परिजनों ने इस बात को लेकर विरोध भी जताया है।

भावनपुर थाने में मेरठ विकास प्राधिकरण के अवर अभियंता प्रमोद कुमार की ओर से तहरीर दी गई। आरोप को लगाया गया कि गंगानगर योजना के पॉकेट वी में किसानों ने प्राधिकरण के बोर्ड उखाड़ दिए गए थे। बताया कि यहां डाली गई सीवर लाइन को भी क्षतिग्रस्त किया गया। साथ ही आवंटियों के साथ भी गाली गलौज करते हुए अभद्रता गई थी। उच्च न्यायालय ने इस मामले में दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया था। इसके बाद ही टीम ने कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन किसानों ने विरोध किया और भूमि पर अस्थाई झोपड़ी बनाकर कब्जा कर लिया गया।

इस मामले में दी गई तहरीर में विनोद मांगा, नरेश, अशोक, वीरेंद्र समेत मूलचंद और उनके भाइयों लक्ष्मण, तिलकराम और तीन बेटों विजय, सुशील और विजेंद्र समेत 17 किसानों पर मुकदमा किया गया। मुकदमे में दंगा करने, लोकसेवक के कार्य में बाधा डालने, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, शांतिभंग करने और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान पहुंचाने की धारा लगाई गई है।

इस  मुकदमे को लेकर मूलचंद के बेटों विजय, सुशील और विजेंद्र ने विरोध दर्ज कराया है। बताया कि उनके पिता मूलचंद की मृत्यु 17 मार्च 2025 को हो चुकी है। उनका मृत्यु प्रमाण पत्र दिखाते हुए बताया कि मेरठ विकास प्राधिकरण के अफसरों ने दबाव डालने के लिए यह सब किया है।

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