आईआईएमटी विवि में किसान सम्मान दिवस का आयोजन

- 21 किसानों को आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता ने शाल एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया

-कृषि विज्ञान महाविद्यालय में फसल विविधीकरण और उन्नत पशुपालन करने वाले किसानों ने दी उपयोगी जानकारी

- पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की 123 वी जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में किसानों ने उन्नत खेती के तरीके एवं लाभ बताए

मेरठ। इफको टोक्यो जनरल इंश्योरेंस लिमिटिड कंपनी द्वारा वित्त पोषित परियोजना के अंतर्गत भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की 123 वी जयंती के अवसर पर आईआईएमटी विश्वविद्यालय मेरठ के कृषि विज्ञान महाविद्यालय में किसान सम्मान दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति  योगेश मोहन गुप्ता, विशिष्ठ अतिथि विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ दीपा शर्मा, पद्मश्री  नरेंद्र सिंह ने चौधरी चरण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर व शामली जनपदों के फसल विविधीकरण और उन्नत पशुपालन करने वाले 21 किसानों को विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता ने शाल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट कर सम्मानित किया। 

कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता ने किसान को ही देश की असली ताकत बताया। स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह को किसानों का सच्चा मसीहा बताते हुए उनके आदर्शाे की चर्चा की तथा किसानों से अपनी फसलों में केवल उन्हीं एग्रोकेमिकल्स का प्रयोग करने की अपील की जो मानव, पशुओं तथा मृदा के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक न हो।  

सम्मानित किए गए किसानों ने उन्नत खेती के तरीके एवं फायदे के बारे में अपने अनुभवों को साझा किया। सरूरपुर ब्लॉक के प्रगतिशील किसान हरेंद्र कुमार ने सहफसली खेती करके अधिकतम लाभ कमाने के अपने खुद के अनुभवों की चर्चा की। सलारपुर के किसान चौधरी प्रदीप कुमार ने गन्ने व आलू की वैज्ञानिक खेती के अपने अनुभवों को साझा किया। बहादुरपुर गांव के प्रगतिशील किसान श्री सतेंद्र सिंह ने वैज्ञानिक खेती, फसलों की अच्छी किस्मों, संतुलित उर्वरक एवं एग्रो कैमीकल्स के उपयोग से खेती को लाभकारी बनाने के बारे में अपने अनुभवों को किसानों से साझा किया। गांव अम्हेड़ा के प्रगतिशील एवं अनुभवी किसान श्री श्योदान सिंह ने शहरी क्षेत्रों में खेती के लिए मजदूर न मिलने की स्थिति में पॉपुलर की खेती से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के बारे में अपने अनुभवों को साझा किया। हापुड़ जिले में ऑर्गेनिक खेती से बहुत अच्छा लाभ कमाने वाले प्रगतिशील किसान मनमोहन शर्मा ने ऑर्गेनिक खेती करने के लिए पशुपालन को जरूरी बताते हुए अपने अनुभवों को किसानों से साझा किया।

पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित पानीपत जिले के डीडवाडी के पशुपालक किसान ने  20 वर्ष पहले खेती के दो मुर्राह नस्ल की भैंस पालन से शुरू करके देश का सर्वाेत्तम पशुपालक बनकर भारत सरकार से पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त करने के अनुभवों को विस्तार से बताया। कृषि विज्ञान महाविद्यालय के डीन डॉ राजबीर सिंह ने दुधारू पशुओं के वैज्ञानिक प्रबंध की जानकारी देते हुए खेती के साथ पशुपालन करके अधिकतम लाभ कमाने की जानकारी किसानों से साझा की। विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ दीपा शर्मा ने सम्मानित किए गए किसानों को बधाई दी। कार्यक्रम में 50 किसानों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ विनीत कुमार ने किया। कृषि विज्ञान महाविद्यालय के विभागाध्यक्ष डॉ राजकुमार ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों, किसानों एवं शिक्षकों का किसान सम्मान दिवस में सम्मिलित होने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और इफको टोक्यो जनरल इंश्योरेंस कंपनी का वित्तपोषण हेतु दिल से आभार व्यक्त किया।

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