गंगा मेले में बाॅलीवुड म्युजिकल नाईट एवं अखिल भारतीय कवि सम्मेलन मेंं झुमें श्रद्धालू
मेरठ। राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वेंक्टेश्वरा विवि की ओर से ऐतिहासिक तिगरी धाम मेले में शानदार ’’बाॅलीवुड नाईट एवं अखिल भारतीय कवि सम्मेलन-2025’’ का आयोजन किया गया, जिसमें एक और बाॅलीवुड की मशहूर प्लेबैक सिंगर निष्ठा शर्मा ने एक से बढ़कर एक शानदार गीतों की प्रस्तुति देकर कई हजार लोगों की भीड़ को झूमने पर मजबूर किया, वही दूसरी ओर अन्तर्राष्ट्रीय कवि डाॅ. दिनेश रघुवंशी के संयोेजन में देश भर से पधारे एक दर्जन से अधिक ख्याति प्राप्त कवियों ने देशभक्ति श्रृंगार रस, मातृशक्ति, प्रेम, हास्य की शानदार रचनाएँ सुनाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
ऐतिहासिक तिगरी धाम गंगा मेला- 2025 में मुख्य स्नान की पूर्व संध्या पर श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित बाॅलीवुड नाईट एवं अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का शुभारम्भ जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स, प्रतिकुलाधिपति डाॅ. राजीव त्यागी, सी.डी.ओ. अश्वनी मिश्र, अपर जिलाधिकारी गरिमा सिंह एवं धीरेन्द्र प्रताप, अधिशासी अधिकारी अमरोहा डाॅ. ब्रिजेश सिंह, एस.डी.एम. विभा श्रीवास्तव आदि ने गंगा माँ की प्रतिमा के सन्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया।
अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का शुभारम्भ करते हुए दिल्ली से पधारी कवियत्री खुशबू शर्मा ने यू पढ़ा-’’प्रेम ही प्रेम है ना दंगा है और कटौती में मन ये चंगा है, आप कितने नसीब वाले हो, आपके पास पुण्य गंगा है।।’’ चन्दौसी से पधारी कवियत्री डाॅ. अंजू सिंह ने पढा कि- ’’अपनी तकदीर कुछ इस तरह से बदल आयी, तेरी कृपा से ही गिरते हुए संभल आयी’’।। सुनाकर तालिया बटोरी। राजस्थान जयपुर से आयी सपना सोनी ने पढ़ा कि- ’’बूझी है जो ना बरसो से, अभी वो प्यास बाकी है, तेरे नजदीक होने का अभी अहसास बाकी है’’।। सुनाकर वाहवाही लूटी।
ओज के देश से बड़े हस्ताक्षर बरेली से पधारे डाॅ. राहुल अवस्थी ने पढ़ा कि- ’’चाल ना चलेगी दुश्मन की, ना दाल गलेगी दुश्मन की, अब राफेल चलेंगे भारत के’’
सुनाकर सभी मंे जोश भर दिया।
युवा दिलो की धड़कन लुधियाना से पधारे युवा कवि वरूण आनन्द ने पढ़ा-
’’आधा मोमिन आधा काफिर छोड़ दिया, एक देवी ने दिल का मन्दिर छोड़ दिया प्यार मेरी कमजोरी थी और उसने मुझे, जी भरके कमजोर किया और छोड़ दिया’’।।
सुनाकर खूब वाहवाही लूटी।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे देश के विख्यात कवि डाॅ0 दिनेश रघुवंशी ने पढ़ा-’’हमेशा तन गये आगे जो तोपो की दहानो के, कोई कीमत नहीं होती है क्या प्राणो की जवानो के, बड़े लोगों की औलादे तो कैण्डल मार्च करती है, जो अपने प्राण देते है वो बेटे है किसानो के’’।।
इसके साथ ही विख्यात महाकवियत्री डाॅ. मधु चतुर्वेदी, लाफ्टर चैलेंज के हास्य कवि विनोद पाल और लपेटे में नेता जी फेम विनीत पाण्डेय ने भी अपनी रचनाएँ सुनाकर लोगों को तालियाँ बजाने पर मजबूर कर दिया।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. कृष्ण कान्त दवे, युवा मोर्चा अध्यक्ष शुभम चौधरी, कुलसचिव डाॅ. पीयूष कुमार पाण्डेय, एस.एस. बघेल, अरूण गोस्वामी, डाॅ. राम गुप्ता, प्रीतपाल, मेरठ परिसर से निदेशक डाॅ. प्रताप सिंह एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे।





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