ऐसी पढाई का क्या फायदा जब बच्चे ड्रग्स का सेवन करे - राज्यपाल 

 राज्यपाल ने छात्रों के ड्रग्स के प्रति दी गंभीर चेतावनी 

 सुभाष चन्द्र प्रेक्षागृह में विवि का 37 वां दीक्षांत समारोह सम्मन्न 

राज्यपाल ने 247 छात्रों को दिए स्वर्ण पदक, मेरठ की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा रही

 मेरठ। सोमवार को चौधरी चरण सिंह विवि में 37 दीक्षांत समारोह का आयोजन धूमधाम से किया गया। प्रदेश की राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने मेधाविधों को पदक देकर सम्मानित किया। राज्यपाल ने 247 छात्रों को दिए स्वर्ण पदक, मेरठ की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा रही । राज्यपाल छात्रो द्वारा ड्रग्स के मामले में गंभीर दिखाई दी। उन्होंने कुलपतियों को इस पर सख्ती दिखाई ने निर्देश दिए। 

शोभायात्रा से दीक्षांत समारोह की विधवित आरंभ हो गयी। कुलपति संगीता  ने राज्यपाल  आनंदीबेन पटेल से समारोह की शुरुआत की अनुमति ली। इसके बाद कुलपति ने यूनिवर्सिटी की उपलब्धियों को छात्रों और अतिथियों के सामने रखा। समारोह में मेडल पाने वाले छात्रों को राज्यपाल के सामने पेश किया गया और अंत में उन्हें मेडल वितरण किया गया।

अपने संबोधन में  राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्रों को ड्रग्स के प्रति गंभीर चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि ऐसी पढ़ाई का क्या फायदा जब बच्चे ड्रग्स का सेवन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सुनने में आया है कि कुछ छात्राएं भी ड्रग्स लेती हैं। राज्यपाल ने कहा कि एक तरफ छात्राएं मेडल जीत रही हैं, लेकिन हॉस्टल में गलत संगत के कारण ड्रग्स का सेवन करना उनके और उनके परिवार के लिए हानिकारक है।राज्यपाल ने कुलपति संगीता से कहा कि विश्वविद्यालय में कोई भी बाहरी व्यक्ति अगर ऑनलाइन या ऑफलाइन किसी भी तरह से ड्रग्स की आपूर्ति करता है, तो उसे परिसर में प्रवेश न दिया जाए। इसके लिए विश्वविद्यालय में सख्त जांच की जाएगी। छात्रों और स्टाफ के बीच जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ यह सुनिश्चित किया जाएगा कि  विवि पूरी तरह से ड्रग्स मुक्त रहे।



अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने मेरठ में आयोजित दीक्षांत समारोह में छात्रों को बधाई देते हुए  कहा कि मेरठ वह स्थल है जहां स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत हुई थी और चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय अब नए जीवन की शुरुआत कर रहा है। मंत्री ने उपाधि और मेडल प्राप्त छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और याद दिलाया कि यह सफलता माता-पिता के त्याग और पूर्वजों के मार्गदर्शन के बिना संभव नहीं थी।योगेंद्र उपाध्याय ने छात्रों को व्यक्तिगत लक्ष्यों के साथ-साथ देश और समाज के प्रति कर्तव्यों को याद रखने की सलाह दी। उनका कहना था कि राष्ट्रहित के साथ व्यक्तिगत हित को जोड़कर ही सच्चा राष्ट्र निर्माण संभव है।मंत्री ने छात्रों  ने छात्रों से कहा कि आज आप जो डिग्री ले रहे हैं, वह सिर्फ कागज का टुकड़ा नहीं है, बल्कि आपकी मेहनत और प्रशिक्षण का परिणाम है। यह डिग्री आपको विश्वविद्यालय और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी का अहसास कराती है।

इस बार समारोह में बेटियों ने मेडल और डिग्रियों में बाजी मारी। राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने कहा, "सबसे पहले मैं उपाधि और पदक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई देती हूं। उनके माता-पिता और गुरुजनों को भी शुभकामनाएं। चौधरी चरण सिंह जैसे महान व्यक्तित्व से जुड़ा यह विश्वविद्यालय मुझे गर्व की अनुभूति कराता है।" रजनी तिवारी ने कहा  कि दीक्षांत समारोह के दौरान मां दुर्गा की आराधना और बेटियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन देश की बदलती तस्वीर को दर्शाता है। उन्होंने कहा, "जब मंच पर राज्यपाल मैडम मौजूद हैं और हमारी बेटियां ज्यादा मेडल और डिग्रियां ले रही हैं, तो यह गर्व की बात है। छोटी-छोटी बच्चियों की प्रस्तुति से लगता है कि भारत वाकई बदल रहा है।"

 नन्ही बच्ची की छात्रा की कविता पर तालियां से गुंज उठा प्रेक्षागृह 

अनुष्का शर्मा ने पहलगाम आतंकी हमले पर एक कविता सुनाई। जिस अंदाज में अनुष्का ने कविता सुनाई पूरा प्रेक्षागृह उनकी कविता की तालियां से गुंज उठा। राज्यपाल ने उसने द्वारा गयी कविता की जमकर तारीफ की। उपहार स्वरूप से उसे प्रमाण पत्र व टॉफिया भेंट की गयी। 

मेरठ ने मारी बाजी, 13 स्वर्ण पदक पर कब्जा, बेटियों ने फिर लहराया परचम

सीसीएस यूनिवर्सिटी के इस बार के दीक्षांत समारोह में 64 प्रायोजित स्वर्ण पदकों की घोषणा की गई है। इनमें मेरठ जिला सबसे आगे है और उसे कुल 13 स्वर्ण पदक मिले हैं। गाजियाबाद को 6, हापुड़ और ग्रेटर नोएडा को 1-1, बुलंदशहर को 3 स्वर्ण पदक दिए जाएंगे। बाकी पदक अन्य जिलों के कॉलेजों में बांटे जाएंगे।

मेरठ के कॉलेजों में एनएएस कॉलेज को 3, मेरठ कॉलेज को 2, जबकि डीएन कॉलेज, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज, आईएन कॉलेज, सेंट जोजफ कॉलेज और माछरा कॉलेज को 1-1 स्वर्ण पदक मिलेगा। इस साल 2024 और 2025 के लिए कुल 247 स्वर्ण पदक वितरित किए जाएंगे।

बेटियों का शानदार प्रदर्शन

इस बार के दीक्षांत समारोह में बेटियों का जलवा कायम रहा। कुल 1,19,907 छात्र-छात्राओं को उपाधियां दी जाएंगी, जिनमें 52,759 छात्र (43.99%) और 67,148 छात्राएं (56.01%) शामिल हैं। बेटियों ने संख्या और प्रदर्शन दोनों में बढ़त बनाई है और समारोह का आकर्षण बनी हैं।इस दीक्षांत समारोह ने छात्रों और उनके परिवारों में उत्साह का माहौल बना दिया है। स्वर्ण पदक जीतने वाले छात्रों और बेटियों ने अपनी मेहनत और उत्कृष्ट प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा।

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