मोहिउद्दीनपुर बना अंतरराष्ट्रीय आदर्श विकास मॉडल

 श्रीलंका से आए अधिकारियों ने की सराहना

मेरठ। मोहिउद्दीनपुर गांव मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय चर्चा का केंद्र बन गया जब श्रीलंका से आए 40 वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने गांव का दौरा किया। यह भ्रमण भारत सरकार और विदेश मंत्रालय के तत्वावधान में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी के विशेष अध्ययन कार्यक्रम के अंतर्गत हुआ।

एसडीएम सदर दीक्षा जोशी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने गांव की पंचायती राज व्यवस्था, महिला सशक्तिकरण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, तकनीकी शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं का अवलोकन किया। प्रतिनिधिमंडल में श्रीलंका के सीनियर चीफ सेक्रेटरी, एडिशनल इलेक्शन कमिश्नर, एडिशनल सेक्रेटरी और अकाउंटेंट जनरल समेत कई उच्चाधिकारी शामिल थे।गांव के प्रधान विजय नामदेव ने उन्हें पीएम श्री स्कूल, निपुण भारत मिशन, आंगनबाड़ी केंद्र और एआई-आधारित स्मार्ट क्लास की जानकारी दी। अधिकारियों ने तकनीकी शिक्षा और नवाचार की सराहना की, जिससे ग्रामीण छात्र हाईटेक शिक्षा से जुड़ रहे हैं।प्रतिनिधिमंडल ने कूड़ा संग्रह केंद्र का भी निरीक्षण किया, जहां ठोस अपशिष्ट से बिजली उत्पादन हो रहा है। यह परियोजना गांव को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना रही है और महिलाओं को रोजगार दे रही है।पंचायत भवन में आयोजित संवाद में स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित 'कर्मणि' ब्रांड के उत्पादों की जानकारी दी गई। इस पहल को महिला आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना गया।

आखिर में आरोग्य मंदिर में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर डॉ. नीरजा चौधरी ने बताया कि यहां प्रतिदिन 50 से अधिक मरीजों को निःशुल्क उपचार मिल रहा है। दौरे में गांव के बहुआयामी विकास की व्यापक सराहना की गई।


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