कैंट बोर्ड के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के ठेके होंगे रीटेंडर

स्पेशल बोर्ड बैठक में विवादित कंपनी को ठेके देने से पीछे हटा छावनी बोर्ड

मेरठ।  छावनी परिषद की स्पेशल बोर्ड बैठक हुई। जिसमें निर्णय लिया गया कि आउटसोर्सिंग 900 कर्मचारियों के अलग-अलग श्रेणी के जिन तीन ठेकों को एक ही कंपनी को दिया गया था, उन्हें अब दोबारा नहीं दिया जाएगा। बोर्ड बैठक में रीटेंडर करने के आदेश बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर राजीव कुमार ने दिए।

इसी माह की 19 तारीख को हुई स्पेशल बोर्ड बैठक में लगभग 900 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के तीन ठेके मैसर्स अग्रवाल एन्ड सन्स को दिए थे। यह फर्म कैंट बोर्ड के ही डोर टू डोर ठेके में मध्य कमान की विभागीय जांच और सीबीआई जांच का सामना कर रही है । पूर्व उपाध्यक्ष विपिन सोढ़ी ने तत्कालीन सीईओ नावेंद्र नाथ पर बोर्ड को गुमराह करके कंपनी को टेंडर के तय मूल्य से ज्यादा भुगतान करने का आरोप लगाते हुए बोर्ड की वित्तीय हानि ओर भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप तत्कालीन सीईओ नावेंद्र नाथ पर लगाये थे। वो इन आरोपों को लेकर हाई कोर्ट भी गए थे, जहां वाद अभी चल रहा है। जिसकी जांच करने मध्य कमान से डायरेक्टर डॉक्टर डीएन यादव भी मेरठ आए थे।

कैंट के विभिन्न क्षेत्रों में कुल 10 हाई मास्क लाइटें लगवाने के टेंडर को भी आज बोर्ड की मंजूरी दे दी गई। कुछ ही समय में कैंट के ज्यादातर क्षेत्र हाई मास्क लाइटों से जगमग होंगे।आबू लेन का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। जिसके तहत 45 विक्टोरियल लाइटें वहां लगाई जाएंगी, जिससे दीपावली तक मेरठ का कनॉट प्लेस कहे जाने वाले आबू लेन बाज़ार का लुक बदल जाएगा।

ब्रिगेडियर राजीव कुमार ने बताया के कुछ सड़कें जो एमईएस को बनानी हैं, वो दिन में ही बन सकती हैं। दिन में बाज़ार की सड़क बनाने का व्यापारी विरोध करते हैं। उन्होंने बताया कि लगभग 3 माह पहले बॉम्बे बाज़ार की सड़क बनाने आए ठेकेदार का विरोध कर सड़क बनाने से व्यापारियों ने ये कहते हुए रोक दिया था कि दिन में बाज़ार की सड़क नहीं बनाने देंगे।

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