देश को शर्मशार करने वालों को फांसी की सजा हो
मणिपुर की घटना को लेकर महिला अधिवक्ताओं ने कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन
मेरठ । मंगलवार को कलेक्ट्रेट में यूपी महिला अधिवक्ता एसोसिएशन ने मणिपुर घटना की निंदा करते हुए आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की। इस घटना के बावजूद मणिपुर की स्थिति में सुधार नहीं है, वहां तत्काल प्रभाव से राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। महिला अधिवक्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपते हुए अपनी मांगें रखीं।
उत्तर प्रदेश महिला अधिवक्ता एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उर्वशी सिंह के नेतृत्व में महिला अधिवक्ता जिलाधिकारी ऑफिस पहुंची। उनका कहना है कि पिछले दिनों मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाने व उनके साथ अनैतिक कार्य करने की घटना ने शर्मसार कर दिया है। देश की बड़ी जांच एजेंसी व सुरक्षा एजेंसियां होने के बावजूद भी लगभग दो महीने यह मामला दबा रहा। मणिपुर राज्य सरकार व केंद्र सरकार इतनी बड़ी और वीभत्स घटना पर भी चुप्पी साधे बैठी रही। ऐसी घटना बलात्कार से भी क्रूर कृत्य हैं।
ऐसी घटना को देखते हुए महिला के अपमान, निर्वस्त्र करना व बलात्कार करने के अपराध की सजा में संशोधन कर मृत्युदंड का प्रावधान किया जाना आवश्यक है। मणिपुर की घटना के संबंध में वर्तमान न्यायाधीश की कमेटी बनाकर सीबीआई जांच कराकर मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट दिल्ली में चलाया जाए। जिससे दोषियों को फांसी की सजा मिले। यदि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी, तो भविष्य में कोई अपराधी ऐसी घटना नहीं करेगा।


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