रूस के राष्ट्रीय शोध विश्वविद्यालय मॉस्को के साथ परस्पर संवाद आधारित सहभागिता कार्यक्रम आयोजन
मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के सरदार पटेल सुभारती लॉ कॉलिज में विद्यार्थियों के हितार्थ एक परस्पर संवाद आधारित सहभागिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम सुभारती लॉ कॉलिज के निदेशक राजेश चन्द्रा पूर्व न्यायमूर्ति प्रयागराज उच्च न्यायालय, प्रो. डॉ. वैभव गोयल भारतीय संकायाध्यक्ष सुभारती विधि संस्थान के दिशा निर्देशन में तथा प्रो. डॉ. रीना बिश्नोई द्वारा व हायर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स राष्ट्रीय शोध विश्वविद्यालय मॉस्को रूस के संयुक्त तत्वाधान में आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की संचालिका मिस आफरीन अल्मास ने हायर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, मॉस्को से आए हुए प्रतिनिधि दल के सदस्यों डॉ. मनोज शर्मा, उपाध्यक्ष इंटरनेशनल अफेयर्स, नतालिया, केसिनिया, लुइदमिला, डेनिस, एन्टन तथा नरेश थपलियाल का परिचय देते हुए मंच निर्माण के लिए आमंत्रित किया।
मनोज शर्मा द्वारा इस प्रतिनिधि दल के महाविद्यालय में आने के उद्देश्य के विषय में बताया गया तथा विद्यार्थियों को प्रश्न पूछने हेतु आमंत्रित किया गया। उपस्थित सदस्यों ने मॉस्को स्थित इस विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही विभिन्न उपाधियों, प्रोग्राम्स आदि के विषय में विद्यार्थियों को विस्तार पूर्वक बताया। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय से यदि आप उच्च शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं तो आपको विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फार्म भरना होगा।
विश्वविद्यालय के विषय में बताते हुए नतालिया ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना 1992 में हुई थी और इसका मुख्यालय मास्को, रूस में है। इसके अलावा विश्वविद्यालय निजनी नोवगोरोड, पर्म और सेटंपीटर्स बर्ग में तीन अन्य क्षेत्रीय परिसरो का रख रखाव करता है। मॉस्को में नेशनल रिसर्च यूनिवर्सिटी हायर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में लिसेयुम भी है।
एन्टन ने श्रोताओं को बताया कि 2009 में एच.एस.ई को राष्ट्रीय अनुसंधान विश्वविद्यालय का दर्जा मिल गया है, जोकि रूस में स्नातक एवं मास्टर डिग्री के अतिरिक्त स्वास्थय देखभाल प्रणालियों के कार्यान्वयन आदि की तथा विधि, अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्धों, प्रबन्धन, वाणिज्य आदि विषयों में भी प्रदान करता है। वहीं किसिनिया ने बताया कि एच.एस.ई. अन्तर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों के लिए स्टडी टूर की सुविधा भी देता है। साथ ही आप इस विश्वविद्यालय मे प्रवेश लेते है तो विभिन्न पाठ्यक्रमों को अंग्रेजी तथा रूसी दोनो भाषाओं में पढ़ाया जाता है।
डेनिस ने बताया कि एक नए देश में आने पर छात्रों को अक्सर यह नही पता होता कि कहाँ से शुरू करना है, पहले क्या करना है, किसके पास जाना होता है आदि । ऐसी स्थिति में एच.एस.ई. इरास्मस स्टूडेंट नेटवर्क के जरिए अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को मित्र प्रदान कर अनुकूल वातावरण प्रदान करता है।
इस दल द्वारा परस्पर संवादात्मक शैली में बात करते हुए विद्यार्थियों के विभिन्न प्रश्नों का उत्तर दिया गया। बी.ए.एलएल.बी. प्रथम वर्ष की छात्रा पलक त्यागी द्वारा एलएल.एम. प्रोग्राम के विषय में पूछे गये प्रश्न पर किसिनिया द्वारा उत्तर दिया गया कि इस विश्वविद्यालय में आप अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्धों पर द्विवर्षीय एलएलएम की डिग्री ले सकते है।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिनिधि दल को विद्यार्थियों के हित में दी गई विस्तृत जानकारी हेतु प्रो. (डॉ.) रीना बिश्नोई ने धन्यवाद प्रेषित किया। कार्यक्रम में डॉ. सारिका त्यागी, डॉ. प्रेमचन्द्र, एना सिसोदिया, अजय राज सिंह, डॉ. रफत खानम, शालिनी गोयल, मयंक शर्मा आदि शिक्षक तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें। इसके अतिरिक्त सुभारती प्रबन्धन एवं वाणिज्य कॉलिज तथा सुभारती सामाजिक कॉलिज के शिक्षक –शिक्षकाओं तथा विद्यार्थियों ने भी इस कार्यक्रम में सहभागिता दी।


No comments:
Post a Comment