संचारी रोगों की रोकथाम को लेकर हुई किसान गोष्ठी, किया सफाई के प्रति जागरूक
चूहे व छछूंदर से बचाव के बताए गए उपाय, शूकर पालकों से कहा-साफ-सफाई का रखें ध्यान
मुजफ्फरनगर, 12 अप्रैल 2023
संचारी रोगों से बचाव के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, इसी क्रम में बुधवार को अलग-अलग गावों में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें उनको चूहे व छछुंदर से बचाव के उपाय बताए गए और पशुपालन विभाग द्वारा शूकरपालकों को सूकरबाड़ों को आबादी से दूर स्थापित करने सहित सूकरबाड़ों में साफ सफाई रखने एवं उनमें जाली लगवाने के लिए प्रेरित किया गया। विकास खण्ड मोरना के ग्राम भेडाहेड़ी में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ हरेंद्र कुमार ने शूकर पालकों को प्रबंधन, साफ सफाई का महत्व, संचारी रोगों के विषय मे जानकारी दी। साथ ही निशुल्क कृमि नाशक दवाई का वितरण किया ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया - संचारी रोगों की रोकथाम के लिए जिले में युद्द स्तर पर कार्य किया जा रहा है। गर्मी के मौसम से संबंधित रोगों के प्रसार एवं जलजनित रोगों को रोकने के लिए अन्य विभागों के साथ सामंजस्य स्थापित करते हुए प्राथमिकता के आधार पर गतिविधियां की जा रही हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी अलका सिंह ने बताया - संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सफल बनाने के लिए विभिन्न विभागों की कार्ययोजना अनुसार समन्वय स्थापित करते हुए सहयोग लिया जा रहा है। अभियान का उद्देश्य संचारी रोग जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जेई/एईएस रोग के प्रति जनता को जागरूक करना है। अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं, जिसके बाद 17 अप्रैल से समस्त ब्लॉकों में घर-घर एएनएम, आशा एवं आंगनबाड़ी के सहयोग से संक्रामक रोगों से बचाव के लिए सघन फीवर सर्वे किया जाएगा। इसके अलावा साफ-सफाई, हाथ धोना, शौचालय की सफाई तथा घर से पानी की निकासी, जन-जागरण के लिए प्रचार प्रसार, संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार के रोकथाम के लिए ‘क्या करें क्या न करें’ का सघन प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
जिला वेक्टर जनित रोग (परामर्शदाता) अहतिशाम खान ने बताया - संचारी रोग नियंत्रण अभियान की मुख्य चिकित्सा अधिकारी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्रत्येक ब्लॉक में जागरूकता अभियान के साथ-साथ 17 अप्रैल से घर-घर सर्वे भी किया जाएगा, इसमें कई टीमें काम करेंगी, जो जनपद के प्रत्येक नौ ब्लॉक (जानसठ, खतौली, चरथावल, बघरा, पुरकाजी, मोरना, सदर-कूकड़ा, बुढ़ाना, शाहपुर) में घर-घर जाकर बीमार मरीजों को चिन्हित करेंगी और उनकी सूची बनाकर विभाग को सौंपेंगी।
यह सावधानी जरूरी
दिमागी बुखार का टीका जरूर लगवाएं।
मच्छरों से बचें, मच्छरदानी, पूरे आस्तीन की कमीज, फुल पैंट पहनें।
रहने की जगह साफ सुथरी रखें ।
पीने के पानी को हमेशा ढककर रखें।
पक्के व सुरक्षित शौचालय का प्रयोग करें।
शौच के बाद व खाने के पहले साबुन से हाथ अवश्य धोएं।
नाखूनों को काटते रहें। लंबे नाखूनों से भोजन बनाने व खाने से भोजन प्रदूषित होता है।
दिमागी बुखार के मरीज को दाएं या बाएं करवट लिटाएं। यदि तेज बुखार हो तो पानी से बदन पोंछते रहें।


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