महावीर आयुर्वेदिक में चरक जयंती पर हुई श्लोक एवं भाषण प्रतियोगिता
सरधना (मेरठ) सरधना मेरठ मार्ग स्थित महावीर आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं चिकित्सालय, में आज नांगपंचमी के दिन महर्षि चरक जयंती के अवसर पर आचार्य चरक पर भाषण, श्लोक एवं पी0पी0टी0 प्रजंटेशन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ संस्थान के डायरेक्टर जनरल सतीश राघव, सी0ई0ओ0 डॉ0 आशिष बालियान, डायरेक्टर एडमिन विक्रांत यादव एवं प्रधानाचार्य डा0 देवदत्ता भादलीकर द्वारा भगवान चरक और धनवन्तरि जी की प्रतिमा पर दीप प्रज्वल्लित कर किया गया।
चरक जयंती का आयोजन प्रतिवर्ष श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन किया जाता हैं। आचार्य चरक को आयुर्वेद जगत व कायचिकितसा का पितामह कहा जाता है। भगवान शेषनाग का अवतार माने जाने के कारण आचार्य चरक की जयंती नाग पंचमी के दिन मनाई जाती हैं।
डा0 भादलीकर ने चरक संहिता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि चरक आयुर्वेद विशारद के रूप में विख्यात है। भाव प्रकाश संहिता के अनुसार नागपंचमी के दिन इनका जन्म हुआ था। उन्होंने कहा कि आचार्य चरक आयुर्वेद के शीर्ष पुरूष है। चरक चिकित्सा के साथ-साथ सम्यक जीवन शैली का भी अनुमोदन करते है और आज के व्यस्त समय में चरक संहिता में वर्णित सिद्धांतों का पालन कर स्वस्थ एवं सुखी जीवन जिया जा सकता है। महर्षि चरक प्रतिसंस्कृत चरक संहिता की कृति पूर्ण की वर्तमान मे यह कायचिकित्सा का आधार भूत ग्रंथ है।
डा0 रामेश्वर सिंह ने आचार्य चरक के योगदान एवं महत्ता के बारे में बताया कि वैसे तो महर्षि चरक ने चरक संहिता में अष्टांग आयुर्वेद का वर्णन किया है परन्तु चिकित्सा में यह ग्रन्थ सर्वश्रेष्ठ है। यदि मनुष्य चरक संहिता में वर्णित दिनचर्या, ऋतुचर्या एवं सदाचार के नियमों का पालन करे तो वह स्वस्थ रह सकता है। उन्होने बताया कि विश्व में सर्वाधिक प्रयोग होने वाला रसायन च्यवनप्रास बनाने की विधि, दिनचर्या, ऋतुचर्या दर्शन शास्त्र में सांख्य, वैशिविक न्याय तथा मीमांसा दर्शन को लेकर लोक कल्याण के लिए इतना महान ग्रंथ बनाया जिस पर आयुर्वेद का सम्पूर्ण सार है।
अचार्य चरक जंयती के अवसर पर संस्थान में बी0ए0एम0एस0 के छात्रों द्वारा भाषण, श्लोक एवं पी0पी0टी0 प्रजंटेशन प्रतियोकिगताओं का आयोजन किया गया, जिसमे प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागियो को स्मृति चिन्ह प्रदान किये गये। श्लोक प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर वैभव एवं द्वितीय स्थान पर सहरीन विजय रहे। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान टीम भेल टीम रही जिसमे ईषा, यश प्रीति व प्राचि एवं द्वितीय स्थान पाराशर टीम ने प्राप्त किया जिसमें कशिस, युक्ता, विशाल एवं अभिषेक ने प्राप्त किया। पी0पी0टी0 प्रजंटेशन में प्रथम स्थान पर विशाल एवं द्वितीय स्थान राहुल ने प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 हर्षा सिंह एवं बी0ए0एम0एस0 चतुर्थ वर्ष के छात्र वैभव द्वारा किया गया।
इस क्रार्यक्रम में संस्थान के डॉ0 सुभाष चौहान, डॉ0 कोमल प्रसाद, डॉ0 रमाशंकर सिंह, डॉ0 राकेश मोहन आर्य, डॉ0 सुभाष वर्मा, डॉ0 अनुपम सिंह, डॉ0 धनंजय, डॉ0 मंसूर अहमद, डॉ0 भावना मेहरा, डॉ0 किरण, डॉ0 आर0के0 कौशिक, डॉ0 विकास शर्मा, डॉ0 टिम्सी शर्मा, डॉ0 सुर्यप्रकाश, डॉ0 विलक्षणा जोशी, डॉ0 अजित सिंह, डॉ0 सुरभि बंसल, डॉ0 रामवीर सिंह, डॉ0 संदीप, डॉ0 योगेश, डॉ0 जगजीत, डॉ0 प्रिया, डॉ0 लक्ष्मी, डॉ0 अक्षिता, डॉ0 मंजूलता, डॉ0 अभिषेक, डॉ0 मनिषा, डॉ0 गुलफाम आदि एंव संस्थान के बी0ए0एम0एस विभाग के सभी छात्र उपस्थित रहें।


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