ओशो के अनमोल बचन
1- जो कुछ भी महान है, उस पर किसी का अधिकार नहीं हो सकता. और यह सबसे मूर्ख बातों में से एक है जो मनुष्य करता है – मनुष्य अधिकार चाहता है।
2- अंधेरा, प्रकाश की अनुपस्थिति है। अहंकार, जागरूकता की अनुपस्थिति है।
3- किसी के साथ किसी भी प्रतियोगिता की कोई ज़रूरत नहीं है। तुम जैसे हो अच्छे हो। अपने आप को स्वीकार करो।
4- अनुशासन क्या है? अनुशासन का मतलब आपके भीतर एक व्यवस्था निर्मित करना है। तुम तो एक अव्यवस्था, एक केऑस हो।
5- तुम जीवन में तभी अर्थ पा सकते हो जब तुम इसे निर्मित करते हो। जीवन एक कविता है जिसे लिखा जाना चाहिए। यह गाया जाने वाला गीत, किया जाने वाला नृत्य है।
6- कोई विचार नहीं, कोई बात नहीं, कोई विकल्प नहीं– शांत रहो, अपने आप से जुड़ो।

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