मुजफ्फरनगर।भाजपा के सरधना विधायक संगीत सोम 2009 लोकसभा चुनाव के दौरान दर्ज मुकदमे में स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट में हाजिर हुए। मंगलवार को सभी आरोपियों के कोर्ट में पेश नहीं होने के कारण 12 साल पुराने मामले में आरोप तय नहीं हो सके। अगली सुनवाई के लिए 26 नवंबर की तिथि तय की गई है।
मुजफ्फरनगर में थाना सिविल लाइन के मालवीय चौक पर जाम लगाने के आरोप में तत्कालीन टीएस आई हरमीत सिंह ने विभिन्न धाराओं में तब सपा के लोकसभा प्रत्याशी संगीत सोम सहित कई लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था। इनमें सोम के निजी सुरक्षा कर्मी भी शामिल थे। अदालत में हाजिर नहीं होने पर निजी सुरक्षाकर्मियों के गैर जमानती वारंट जारी कर दिए गए थे, जिसके बाद दोनों ने जमानत करा ली थी। मंगलवार को संगीत सोम और एक अन्य आरोपी विशेष एमपी-एमएलए कोर्ट में जज गोपाल उपाध्याय के सामने हाजिर हुए। लेकिन विधायक के निजी सुरक्षा कर्मी वीरेंद्र सिंह व जयपाल सिंह कोर्ट में पेश नही हुए। एडीजीसी मनोज ठाकुर ने बताया कि अदालत ने आरोप तय करने के लिए 26 नवंबर की तिथि तय की है।
वसीम रिजवी के बयान का समर्थन करते हुए संगीत सोम ने कहा कि सनातन धर्म दुनिया में सबसे बड़ा है। विधायक संगीत सोम ने मदरसों में दीनी तालीम को संगीत सोम ने आतंकवादी संरक्षण देने वाली संस्थान बताया।
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