जौनपुर। राज्यपाल द्वारा नामित सदस्य, यूजीसी द्वारा संचालित गांधी अध्ययन केंद्र के पूर्व निदेशक और श्री अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज वाराणसी के मनोविज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. ओपी चौधरी ने वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर परिसर में आम, मौलिश्री, नीम के कुल 16 पौधों का रोपण किया। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही हमारे सामाजिक आर्थिक, धार्मिक क्रिया कलापों में वृक्षों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रहा है।
डा. चौधरी ने कहा कि हमारे त्योहार, सामाजिक व्यवहार, उत्सवों, रीति रिवाजों, परंपराओं में पेड़ों का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वृक्ष हमारी संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों में रचे बसे हैं। पारिस्थितिकी संतुलन, पर्यावरण के संरक्षण, जैव विविधता को बनाए रखने, खाद्य सुरक्षा तथा धारणीय विकास में वृक्षों का महत्व अत्यंत अधिक है।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर की कुलपति प्रो. निर्मला सिंह मौर्य ने पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को आगे आने का आह्वान किया और कहा कि यदि जीवन बचाना है तो वृक्षारोपण कार्यक्रम को सफल बनाना ही होगा।कुलपति मौर्य ने डा. चौधरी के पौधारोपण अभियान का स्वागत किया।
इस मौके पर राज्यपाल द्वारा नामित कार्य परिषद सदस्यों प्रो. महक सिंह, प्रो. चंद्र मोहिनी चतुर्वेदी एवं कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी सुनील कुमार सहित कार्य परिषद के सदस्यगण- प्रो अशोक सिंह, प्रो सुशील गौतम, डा. समर बहादुर सिंह, डा. आनंद सिंह, डा. सविता भारद्वाज, डा. रवींद्रनाथ राय, डा. राजकुमार, डा. सुरजीत कुमार तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डा. राकेश कुमार यादव, डा. विनय कुमार वर्मा, डा. केएस तोमर, डा. शशिकांत यादव, डा. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डा. जान्हवी श्रीवास्तव, श्याम श्रीवास्तव, सुशील प्रजापति, अशोक चौहान, डा. राजेश सिंह, धीरज श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
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