पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नियाजी के लिए पहले विपक्षी दल ही परेशानी का बड़ा कारण थे। अब उनकी खुद की पार्टी में ही साफ-साफ तौर पर बड़ी दरार आ गई है। पार्टी विभाजन के कगार पर है। पार्टी का एक बडें गुट ने असंतुष्ट होकर अलग समूह बना लिया है। और अपना अलग ग्रुप बना कर संसद में अपना नेता भी चुन लिया है, इमरान की सत्तारूढ़ पार्टी पीटीआई यानी तहरीक ए इंसाफ़ के असंतुष्ट 31 सांसदों ने एक दबंग सांसद जहांगीर खान तारीन के नेतृत्व में एक अलग गुट बना लिया है। ये 31 सांसदों का बड़ा दल संसद में अपनी अलग रणनीति खुद तैयार करने वाला हैं। यद्यपि इस गुट के अलग होने से इमरान सरकार तो नहीं गिरेगी, पर इमरान के लिए बड़ी मुश्किल है खड़ी करने वाली है, और सरकार पर भारी दबाव हमेशा बना रहेगा। इस्लामाबाद न्यूज़ एजेंसी के अनुसार इस असंतुष्ट दल के नेता राजा रियाज होंगे। यह तो ही सांसदों की बात हुई, इन सांसदों के साथ बहुत सारे विधायक भी इस गुट में शामिल हो गए हैं, और सत्ता पार्टी से विद्रोही विधायक जो असंतुष्ट ग्रुप में शामिल है, उनका नेतृत्व पंजाब विधानसभा में शहीद अकबर नवानी करेंगे। राजा रियाज द्वारा दी गई एक दावत में सभी 31 सांसद एवं कई विधायक शामिल थे। इनकी रणनीति तय की गई है कि संसद में अलग से औपचारिक रूप से गुट बनाकर नई रणनीति बनाएगी जाएगी, और सरकार का विरोध किया जाएगा, इस तरह 31 सांसदों की पार्टी अलग बनाने का कारण असंतुष्ट नेता जहांगीर खान तारीन के खिलाफ जितने भी अपराधिक मामले हैं उनको वापस लेने की मांग की गई है। यदि ऐसा नहीं होता है, तो वह संसद में विरोध कर पार्टी तक छोड़ सकते हैं। पाकिस्तान में इमरान के लिए महंगाई, बेरोजगारी, मुद्रास्फीति,कर्ज़ और विपक्षी हमले के अलावा यह एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है।
इमरान से देश संभाले नहीं संभल रहा है। पर इससे इमरान का तथा उनके विदेश मंत्री महमूद कुरैशी का बड़बोलापन कम नहीं हुआ है। यह दोनों लगातार भारत के विरोध में गलत और झूठी बयानबाजी में लगे हुए हैं। ऐसे में इमरान को अब दो तरफा मोर्चे का सामना करना होगा। सशक्त विपक्षी दल ही नहीं पार्टी के सांसद भी उनकी खिलाफत पुरजोर तरीके से करेंगे। यह तो हुई सियासत की बात, इमरान देश में पानी की तंगी से बेहद परेशान हैं। पाकिस्तान में भीषण गर्मी का कोहराम मचा हुआ है। रावलपिंडी में बढ़ती गर्मी से पानी की भारी किल्लत हो रही है। देश के प्रमुख अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार शहर में ग्राउंड वाटर लेवल 700 फीट नीचे जा चुका है। और पानी की सप्लाई करने वाले रावल बांध तथा खानपुर बांध में पानी का स्तर एकदम निचले स्तर पर पहुंच कर गिर गया है। और यही कारण है कि शहर में पानी के लाले पड़ चुके हैं। दी एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि पानी हफ्ते में केवल 3 दिन ही वहां के नागरिकों को उपलब्ध कराया जा रहा है। पानी की समस्या बढ़ने के कारण लोग लंबी-लंबी कतारें लेकर टैंकर से पानी भरने के लिए परेशान है। वैसे भी पाकिस्तान में गरीब तबका एक समय का खाना खाकर जीवन बसर कर रहा है। उस पर पानी की बड़ी किल्लत एवं समस्या ने लोगों का जीवन एकदम नारकीय बना दिया है। इस्लामाबाद की स्वच्छता जल एजेंसी के हिसाब से शहरों में सैकड़ों निर्माण परियोजना चल रही है, और सब तरफ कंक्रीट ही कंक्रीट हो गया है, जिससे बारिश का पानी जमीन के अंदर नहीं जा पा रहा है। वहां के ट्यूबवेल तथा कुएं अब लगभग सूख चुके हैं। जनता पानी की किल्लत से त्राहि-त्राहि कर रही है। इमरान खान उनका पूरा मंत्रिमंडल शाही अंदाज में अपनी जिंदगी चला रहा है।पाकिस्तान के अंदरूनी हालात काफी निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। ऐसे में पाकिस्तान का मीडिया और वहां की आवाम पूरी तरह से इमरान खान और उनकी टीम से परेशान और त्रस्त है। उस पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और उनके तमाम मंत्री भारत के खिलाफ जंग लड़ने की किस मुंह से बात करते हैं, यह समझ में नहीं आता। यह तो विदित है कि पाकिस्तान अब रिपब्लिक चाइना का आर्थिक गुलाम हो चुका है, और ऊपर से अमेरिका के खिलाफ बयान बाजी कर कर इमरान ने अमेरिका को भी अपना दुश्मन बना लिया ऐसे में पाकिस्तान की स्थिति अत्यंत डावांडोल और दयनीय हो चुकी है। - स्वतंत्र लेखक टिप्पणीकार, रायपुर (छत्तीसगढ़)।
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