मेरठ। सरधना क्षेत्र के गांव भामौरी के जंगल में तेंदुआ होने की आशंका है। ग्रामीणों ने सड़क किनारे कच्चे में तेंदुआ जैसे जानवर के पंजे के निशान देखे हैं। इसको लेकर ग्रामीणों में दहशत है। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने घंटों जंगल की खाक छानी, लेकिन कुछ नहीं मिला। वन टीम ने पंजे जंगली बिल्ली के होने की बात कही है। वहीं तेंदुआ की आहट मात्र से ग्रामीणों में भय व्याप्त है। वे अकेले जंगल या अपने खेत में नहीं जा रहे हैं। रात में पशुओं को भी घर के भीतर बांधा जा रहा है। 
गांव भामौरी के ग्रामीणों ने बताया कि जब के जंगल की तरफ जा रहे थे तो सड़क किनारे पंजों के बड़े-बडे़ निशान दिखाई दिए। ग्रामीणों ने उन पंजों को तेंदुए के होने की बात कही। उन्होंने ग्राम प्रधान दिनेश कुमार को सूचना देकर मौके पर बुला लिया। प्रधान ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन रेंजर संजय चौधरी अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने पंजे देखे तो उन्हें जंगली बिल्ली के होने की बात कही,जबकि ग्रामीण उन्हें तेंदुए के ही मान रहे हैं। वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों की संतुष्टि के लिए जंगल में छानबीन की। घंटों चली छानबीन के बाद भी कोई सुराग नहीं लग पाया। इसके बाद वन विभाग की टीम ग्रामीणों को जंगली बिल्ली के पंजे होने की बात कहकर लौट आई। फिलहाल ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। जब इस बारे में वन रेंजर संजय चौधरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर वह जांच के लिए पहुंचे थे। जांच में पंजों के निशान जंगली बिल्ली (फिश कैट) के प्रतीत हो रहे हैं। जंगल में काम्बिंग की गई,लेकिन तेंदुए के होने का कोई साक्ष्य नहीं मिला।

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