मेरठ। पूरी तरह से हाईटैक सुविधाओं से लैस दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर आटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर से वाहन का चालान कट जाएगा। इससे टोल पर तैनात कर्मचारी और वाहन चालकों का जहां समय बचेगा वहीं दूसरी ओर ​आए दिन होने वाली नोकझोंक से भी छुटकारा मिलेगा। इसके लिए आज से ट्रायल शुरू होने जा रहा है। एएनपीआर की टीम गाडिय़ों के वाहनों के नंबर प्लेट की जांच करने के लिए आज से एक्सप्रेस वे पर उतरेगी। टीम आज गाड़ी का नंबर, उसकी गति व उसका लेन पता करेगी। जल्द ही एक नई टीम आएगी जो टोल काटने का ट्रायल करेगी। एएनपीआर के कैमरे पूरे एक्सप्रेस-वे पर लगा दिए हैं। टोल प्लाजा पर फास्टैग जांचने के लिए भी कैमरे लगाए जा चुके हैं।
केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की घोषणा के बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर आटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) व जीपीएस से टोल वसूली की तैयारी तेज हो गई है। जल्द ही इसके लिए राजमार्ग मंत्रालय के सचिव निरीक्षण के लिए आएंगे। सचिव के आने से पहले टोल प्लाजा पर टीम ने नंबर प्लेटों का विवरण निकालने, गति व लेन आदि का ट्रायल कर रही है। एएनपीआर के लिए एक विशेष टीम भी जल्द तैनात की जाएगी। गौरतलब है कि इस एक्सप्रेस-वे पर प्रवेश व निकास के स्थल पर ही आटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर के कैमरे वाहनों के नंबर स्कैन करके कंट्रोल रूम भेज देंगे। कंट्रोल रूम में विशेष साफ्टवेयर से उसका विवरण देखा जाएगा। फिर प्रवेश व निकास की दूरी के आधार पर टोल का आकलन होगा और फास्टैग से टोल काट लिया जाएगा।

पकड़ी जा सकेंगी चोरी की गाडियां 
एक्सप्रेस वे पर अगर कोई वाहन चोर नंबर प्लेट बदलकर वाहन को दौड़ा रहा है तो टोल पर वह नहीं बच सकेगा। आटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर के जरिए नंबर के साथ ही वाहन की पूरी डिटेल स्क्रीन पर आए जाएगी। यहां तक कि कलर भी। ऐसे में इस एक्सप्रेस वे पर वाहन चोर नंबर प्लेट बदलकर गाडियों से फर्राटा नहीं भर सकेंगे।


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