सम्मान समारोह में शिक्षक को किया सम्मानित 

मेरठ।  सुभारती विवि में  सुभारती समूह से बीस वर्ष से अधिक समय से जुड़े शिक्षकों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण ने अपने संबोधन में कहा कि इन शिक्षकों ने सुभारती की नींव को मज़बूत करने में अमूल्य योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि दो दशकों से विश्वविद्यालय से जुड़े रहना स्वयं में एक बड़ी उपलब्धि है।

कार्यकारी अधिकारी डॉ. कृष्णामूर्ति ने कहा कि ऐसे समर्पित शिक्षकों के कारण ही सुभारती निरंतर प्रगति कर रहा है। वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. सत्यम खरे ने विश्वविद्यालय के प्रारंभिक वर्षों की स्मृतियाँ साझा कीं, जबकि डॉ. प्रदीप राघव और डॉ. मयूर कौशिक ने अपने विचार रखे।कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रमोद कुमार शर्मा ने कहा कि सुभारती परिवार सदैव अपने शिक्षकों का ऋणी रहेगा। कार्यक्रम में महानिदेशक मेजर जनरल डॉ. जी. के. थपलियाल, डॉ. अभय शंकर गौड़ा, विभिन्न संकायों के अध्यक्ष और छात्र परिषद के सदस्य उपस्थित रहे।

पीएचडी शोधार्थियों का सफल वाइवा

पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में शोधार्थी विशाल सहाय और तुमुल कक्कड़ ने अपने शोध प्रबंधों का सफलतापूर्वक रक्षण किया। इस अवसर पर गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय की आचार्या डॉ. तनु डांग और विवेकानंद इंस्टिट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज़ के डॉ. सुनील मिश्रा बाह्य परीक्षक के रूप में उपस्थित रहे।

मणिपाल विश्वविद्यालय की डॉ. गुंजन शर्मा ऑनलाइन जुड़ीं। कार्यक्रम में शोध निदेशक डॉ. लुभान सिंह, संकायाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) सुधीर त्यागी, विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) ऋतेष चौधरी, निदेशक आर.पी. सिंह, प्रोफेसर अशोक त्यागी, सह-आचार्य डॉ. संतोष गौतम, डॉ. प्रीति सिंह डॉ. आशुतोष वर्मा, राम प्रकाश तिवारी, तरुण जैन व विभाग के परास्नातक छात्र-छात्रा मौजूद रहे। 

“चित्रकला में प्रयोग और दुर्घटनाएँ” पर अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला

नंदलाल बोस सुभारती ललित कला एवं फैशन डिज़ाइन महाविद्यालय के ललित कला विभाग ने “चित्रकला में प्रयोग और दुर्घटनाएँ” विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की। मुख्य अतिथि ग्लासगो (यू.के.) की प्रतिष्ठित कलाकार सुश्री मैसी इंग्राम रहीं। उन्होंने तेल पेस्टल, चारकोल और ऐक्रेलिक माध्यम में अपनी कलाकृतियों की प्रस्तुति दी, जिसने छात्रों को प्रयोगशीलता और रचनात्मकता के नए आयामों से अवगत कराया।

कुलपति प्रो. (डॉ.) पी. के. शर्मा, डीन प्रो. (डॉ.) पिंटू मिश्रा और विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) पूजा गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यशाला का संयोजन लक्ष्य कुमार और डॉ. वंदना तोमर ने किया। इसमें संकाय सदस्यों, छात्रों और शोधार्थियों ने सक्रिय सहभागिता की।

“राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका” पर पैनल चर्चा

स्वामी विवेकानंद पीठ द्वारा भगिनी निवेदिता जयंती के अवसर पर “राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका” विषय पर पैनल चर्चा आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. (डॉ.) मोनिका मेहरोत्रा ने की, जिन्होंने अपने प्रेरक उद्बोधन में महिला शिक्षा और आत्मनिर्भरता को राष्ट्र विकास की कुंजी बताया। समन्वयन डॉ. अजय कुमार वर्मा ने किया।पैनल में डॉ. श्वेता चौधरी, डॉ. मुज़म्मिल बशीर, डॉ. सारिका अभय और डॉ. रफत खानम ने भाग लिया। वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और विधिक जागरूकता ही महिला सशक्तिकरण के स्तंभ हैं।कार्यक्रम में कुलसचिव जीपी कैप्टन एम. याकूब और डॉ. सुधीर त्यागी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। छात्रों और शिक्षकों ने संवाद सत्र में सक्रिय सहभागिता की और नारी सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की।समापन पर प्रो. (डॉ.) मोनिका मेहरोत्रा ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा, “जब नारी जाग्रत होती है, तो समाज प्रगतिशील बनता है।”

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