कानपुर में मां ने बेटे को मारकर जलाया
भाई-भाभी ने भी दिया साथ, इंटरकास्ट मैरिज का विरोध करता था, हिरासत में
कानपुर। कानपुर में इंटरकास्ट मैरिज का विरोध करने पर युवक की उसकी मां, भाई और भाभी ने हत्या कर दी। तीनों ने मिलकर पहले गला दबाया। फिर चारपाई में बांधकर जला दिया। इसके बाद जला शव ऑटो से ले जाकर मथुरापुर गांव में सड़क किनारे फेंक दिया।पुलिस ने बुधवार को मां, भाई और भाभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
वारदात चकेरी थाना क्षेत्र में 22 सितंबर को हुई थी। उसी दिन सड़क किनारे झाड़ियों में बोरे में युवक की अधजली लाश मिली थी। बेटे की नृशंस हत्या की वजह पूछने पर मां रोते हुए बोली- कोई मां अपने बच्चे को मारती है क्या? लड़का नशे का आदी हो गया था। हम उसके चक्कर में लड़ते-लड़ते परेशान हो गए थे।
डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने बताया 22 सितंबर को मथुरापुर गांव में एक युवक का अधजला शव बोरे में मिला था। पुलिस ने शव की पहचान के लिए सोशल मीडिया पर फोटो शेयर की थी। इसके आधार पर फतेहपुर के जलालपुर न्यूरी गांव के प्रधान ने हमसे संपर्क किया।
प्रधान ने शव की पहचान रामचंद्र पाल के बेटे मानस पाल के रूप में की थी। इसके बाद पुलिस ने फतेहपुर में रहने वाले रामचंद्र पाल से संपर्क किया। रामचंद्र ने बताया कि वह मुंबई में काम करते हैं। उनका एक मकान सनिगवां के संदीप नगर में है। वहां उनकी पत्नी मंजू देवी, बड़ा बेटा प्रांजल उर्फ गोपी और बहू किरन रहती है।
4 महीने पहले बड़े बेटे ने इंटरकास्ट मैरिज की थी
रामचंद्र ने बताया कि छोटा बेटा मानस ऑटो चलाता था। वह कभी गांव, तो कभी सनिगवां में रहता था। मेरे बड़े बेटे प्रांजल पाल उर्फ गोपी ने 4 महीने पहले किरन निषाद से लव मैरिज की थी।मानस इसका विरोध करता था। इस पर दोनों भाइयों में अक्सर झगड़ा होता रहता था। इसके साथ ही मानस नशा करने का आदी था। इस कारण उसका घर में अक्सर झगड़ा होता रहता था। इसी वजह से मां मंजू देवी का झुकाव भी बड़े बेटे की तरफ हो गया था।
21 सितंबर को प्रधान से कहा था- घर वाले मार डालेंगे
डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता के मुताबिक, 21 सितंबर को मानस गांव आया था और काफी डरा हुआ था। उसने गांव के प्रधान से बड़े भाई और भाभी पर हत्या करने की आशंका भी जाहिर की थी। कहा था कि घरवाले उसे मार डालेंगे। इसके बाद वह चला गया था।22 सितंबर को उसकी मां मंजू, भाई प्रांजल और भाभी किरन ने गला दबाकर हत्या कर दी। फिर शव को चारपाई में बांध कर जला दिया। जलने की दुर्गंध फैलने पर उसका अधजला शव ऑटो से मथुरापुर गांव ले जाकर फेंक दिया था।शव की शिनाख्त होने पर पिता रामचंद्र ने पत्नी मंजू देवी, बड़े बेटे प्रांजल और बहू किरन के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। पुलिस मामले के खुलासे में जुटी। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी के फुटेज तलाशे।इसमें मंजू देवी और उसका बड़ा बेटा प्रांजल मानस के शव को लेकर ऑटो से उतरते हुए कैद हो गए थे। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो, घटना का खुलासा हो गया।
भाई बोला- मैं सिर्फ शव फेंकने गया था
डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि मानस अपने बड़े भाई की इंटरकास्ट शादी का विरोध करता था। इसीलिए उसने पत्नी के साथ मिलकर मानस को रास्ते से हटाने का प्लान तैयार किया था। नशे में आए दिन झगड़े से तंग आकर मां भी इस साजिश में शामिल हो गई थी।वहीं, हत्यारोपी भाई प्रांजल से घटना का कारण पूछने पर वह झल्ला उठा। उसने कहा कि मैंने कोई हत्या नहीं की है। मैं सिर्फ उसे फेंकने के लिए मां के साथ गया था।
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