आईआईएमटी विवि के कृषि महाविद्यालय ने किया किसानों को जागरूक
- राजपुरा ब्लॉक के सलारपुर गांव में किसान गोष्ठी का किया आयोजन
मेरठ। इफको टोक्यो जनरल इंश्योरेंस लिमिटिड कंपनी द्वारा वित्त पोषित परियोजना अंतर्गत मेरठ जनपद के किसानों की इनकम बढ़ाने हेतु आईआईएमटी विश्वविद्यालय मेरठ के कृषि महाविद्यालय के शिक्षकों एवं वैज्ञानिकों द्वारा गांव सलारपुर में अच्छी खेती व पशुपालन की जानकारी देने हेतु किसान गोष्ठी का आयोजन कुलपति डॉ दीपा शर्मा के मार्गदर्शन में किया गया।
कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ विशाल मिश्रा ने किसानों को आने वाले रबी सीजन में गेंहू और सरसों के अधिक उत्पादन हेतु उन्नत किस्मों, समय से बुआई तथा खादों की सही मात्रा में उपयोग करने की जानकारी दी डॉ विमल कुमार के बहुत ही कम खर्चे मै स्ट्रॉबेरी की खेती की जानकारी दी।उन्नत भारत अभियान की कॉर्डिनेटर डॉ शुभा द्विवेदी ने उन्नत भारत अभियान के कार्यों की जानकारी प्रदान की । कृषि विद्यालय के डीन डॉ राजबीर सिंह ने दुधारू पशुओं के वैज्ञानिक प्रबंध की जानकारी देते हुए इस क्षेत्र के पशुपालकों को गाय की साहीवाल तथा थरपारकर नस्ल व भैंस की मुर्रा नस्ल को सर्वाधिक उपयोगी एवं लाभकारी बताया।साथ ही इन नस्लों से अधिकतम उत्पादन व समय से गर्भित होने के लिए संतुलित आहार व खनिज लवणों का सर्वाधिक योगदान बताया।
डीन डॉ राजबीर सिंह ने आई आई एम टी विश्वविद्यालय में 7 से 9अक्टूबर 2025 तक आयोजित होने जा रहे अखिल भारतीय किसान मेले की जानकारी देते हुए सभी किसानों को मेले में प्रतिभाग करने के लिए निमंत्रण दिया और बताया कि मेले अखिल भारतीय व उत्तर प्रदेश स्तरीय की पशु प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा जिसमें हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के पशुपालक एक से एक अच्छी नस्ल के पशु प्रतिभाग करेंगे। उन्नत किस्म के बीज, खाद,दवाइयों, कृषि उपकरणों, मशीनरी, आदि की कंपनियां अपनी स्टाल लगाकर नई नई तकनीकियों का प्रदर्शन करेंगे। इस मेले मे हरियाणा से पूरे देश का चैंपियन मुर्रा नस्ल का सांड जिसकी कीमत लगभग 8 करोड़ बताई गई है भी मेले में प्रतिभाग कर आकर्षण का केंद्र बनेगा। पशु मेले में अच्छे पशुपालन के लिए राष्ट्रपति द्वारा पदमश्री पुरस्कार से पुष्कृत किसान नरेंद्र सिंह भी अपने मुर्रा नस्ल के सांड तथा भैंसों के साथ पशु मेले में प्रतिभाग करेंगे। गोष्ठी का आयोजन चौधरी प्रदीप सिवाच ने अपने आवास पर किया। गोष्ठी में लगभग 80 किसानों एवं छात्रों ने प्रतिभाग किया। किसानों ने गांव में जल प्रदूषण की समस्या बताई। किसान गोष्ठी में उपस्थित गांव के प्रगतिशील किसानों ने इस तरह की ज्ञानवर्धक गोष्ठी को किसान व पशुपालकों के हित में बताते हुए आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता, कुलपति डॉ दीपा शर्मा, डीन डॉ राजबीर सिंह, डॉ शुभा द्विवेदी एवं शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।
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