महावीर विवि आयुर्वेद दिवस पर संगोष्ठी परंपरा और आधुनिकता का संगम
मेरठ। महावीर विवि के आयुर्वेद विभाग द्वारा 10वें आयुर्वेद दिवस के अंतर्गत आयोजित दस दिवसीय कार्यक्रमों की श्रृंखला का समापन मंगलवार विश्वविद्यालय परिसर में एक विशेष संगोष्ठी के साथ हुआ। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रख्यात आयुर्वेदाचार्य डॉ. चन्द्रचूड मिश्रा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में डॉ. मिश्रा ने “आयुर्वेद और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का संगम” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि कैसे परंपरागत आयुर्वेदिक पद्धतियों को आधुनिक तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता से जोड़कर स्वास्थ्य सेवाओं में नए आयाम स्थापित किए जा सकते हैं। उनके विचारों ने छात्रों को इस दिशा में अनुसंधान और नवाचार के लिए प्रेरित किया।
महावीर विश्वविद्यालय की वाईस चेयरपर्सन शीतल कौशिक ने इस अवसर पर अपने संदेश में कहा“आयुर्वेद हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। यदि हम इसे आधुनिक विज्ञान और तकनीक से जोड़ते हैं, तो हम आने वाली पीढ़ियों को एक सशक्त और स्वस्थ भविष्य प्रदान कर सकते हैं। विश्वविद्यालय का उद्देश्य यही है कि विद्यार्थी केवल शैक्षणिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी अपनी भूमिका निभाएं।”
आयुर्वेद विभाग द्वारा दस दिनों तक प्रतिदिन विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इसमें विश्वविद्यालय परिसर के साथ-साथ समाज और ग्रामीण क्षेत्रों में भी जनजागरूकता कार्यक्रम, रैली, स्वास्थ्य परामर्श शिविर और कार्यशालाएँ शामिल रहीं।कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय प्रशासन ने आयुर्वेद विभाग की इस पहल की सराहना की और भविष्य में भी ऐसे सामाजिक व शैक्षणिक आयोजनों को निरंतर जारी रखने का संकल्प लिया।
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