मेरठ पुलिस लाइन से मिशन शक्ति 5.0 का आगाज, महिला अफसरों ने दिखाई हरी झंडी
एडीजी बोले- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना मिशन शक्ति का उद्देश्य
मेरठ। मिशन शक्ति अभियान के पांचवें चरण का पुलिस लाइन से आगाज हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत जनजागरुकता रैली से हुई। इसे बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे एडीजी जोन भानु भास्कर की पत्नी के अलावा पीवीवीएनएल एमडी ईशा दुहन और डीएफओ वंदना फोगाट ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली शहर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी। बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मी इसमें शामिल रहीं, जिन्होंने महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया।
पुलिस लाइन से जागरूकता रैली को रवाना करने के बाद एडीजी जोन भानु भास्कर मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने अभियान के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। एडीजी ने बताया कि मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत हर जिले में मौजूद पुलिस थानों में मिशन शक्ति केंद्र स्थापित किया गया है। इसकी जिम्मेदारी महिला सब इंस्पेक्टर व कांस्टेबल खुद संभालेंगी।इनके जरिए महिला सशक्तिकरण व स्वाबलंबन से जुड़े कार्यक्रम चलाए जाएंगे। महिलाओं को ना केवल उनके अधिकारों बल्कि उनसे जुड़ी विभिन्न सरकारी योजनाओं, हेल्पलाइन व विपरीत परिस्थितियों से कैसे निपटना है, इसकी जानकारी दी जाएगी। इस दौरान डीआईजी रेंज कलानिधि नैथानी, एसएसपी डा. विपिन ताडा भी मौजूद रहे।
नारी सशक्त होगी तो देश भी आगे बढ़ेगा- सीडीओ
मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल ने कहा कि मिशन शक्ति अभियान पुलिस और प्रशासन की मिली जुली पहल है। इसमें केवल महिला पुलिस कांस्टेबल ही नहीं बल्कि लेखपाल, पंचायत सहायक, आशा, आंगनबाड़ी गांव गांव तक जाएंगे और महिलाओं, युवतियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करेंगे। योजनाओं की भी जानकारी देंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि नारी सशक्त होगी तो देश भी आगे बढ़ेगा।
घर घर जाकर करेंगे महिलाओं को जागरूक - सीओ
सीओ नवीना शुक्ला ने कहा कि जैसे गाड़ी के दो पहिये होते हैं, वैसे ही महिला व पुरुष को माना गया है। जब तक वह समान रूप से नहीं चलने लगेंगे तब तक महिला को सशक्त नहीं माना जाएगा। वर्ष 2020 में जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अभियान का आगाज किया था तो इसका उद्देश्य केवल और केवल महिलाओं को मानसिक, शारीरिक व आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करना था। उसी उद्देश्यों को पूरा करते हुए अभियान 5.0 तक पहुंचा है। घर घर पहुंचकर महिलाओं को मजबूत बनाया जाएगा।
महिला पुलिसकर्मियों ने किया अभियान का नेतृत्व
पुलिस लाइन से शुरु हुए अभियान की कमान महिला पुलिसकर्मियों ने संभाली। सबसे आगे करीब 50 बाइकों पर महिला पुलिसकर्मियों का जत्था था। इन पुलिसकर्मियों के वाहन पिंक कलर के गुब्बारों से सजे थे। कई पर तिरंगा झंडा भी फहरा रहा था। पीछे पीछे फैंटम बाइकों पर पुरुष पुलिसकर्मी भी रहे। इन पुलिसकर्मियों का जत्था शहर के अलग अलग रूटों से होकर गुजरा। जगह जगह रुककर पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को जागरूक किया और अभियान का उद्देश्य भी समझाया।
ट्रैफिक पुलिस की गई थी तैनात
जागरूकता बाइक रैली को देखते हुए एक रूट तैयार किया गया था। इस रूट पर एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र कुमार मिश्र की ओर से ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है, जिसका नेतृत्व ट्रैफिक प्रभारी विनय कुमार शाही कर रहे थे। जैसे जैसे रैली आगे बढ़ी, वैसे वैसे उनका रूट खाली होता चला गया। रूट डायवर्जन भी किया गया ताकि जाम की स्थिति पैदा ना हो।
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