223 दिव्यांगों के जीवन में नई रोशनी, फिर से अपने पैरों पर चले
नि:शुल्क नारायण लिंब फिटमेंट शिविर में वितरित किए गये उपकरण
मेरठ। आँखों में आँसू, दिलों में उम्मीद और चेहरों पर मुस्कान रविवार का दिन मेरठ के लिए भावनाओं का उत्सव बन गया। नारायण सेवा संस्थान (उदयपुर) और रोटरी क्लब मेरठ शिवम् के संयुक्त प्रयास से गढ़ रोड के एक रिसोर्ट पर आयोजित नि:शुल्क नारायण लिंब एवं कैलिपर्स फिटमेंट शिविर ने सैकड़ों ज़िंदगियों को फिर से जीने का साहस दिया।
यह शिविर सिर्फ़ एक चिकित्सा आयोजन नहीं था, बल्कि टूटी हिम्मतों को जोड़ने और ठहर गई ज़िंदगी को दोबारा गति देने का पावन महायज्ञ था। शिविर में 223 दिव्यांगजन कृत्रिम अंग पाकर नए जीवन की राह पर बढ़े। जिन सैकड़ों चेहरों पर निराशा की छाया थी, वहाँ आत्मविश्वास और आनंद की सुनहरी आभा लौट आई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश मोहन गुप्ता ने भावुक होकर कहा—यह केवल चिकित्सा सेवा नहीं, बल्कि परिवारों को फिर से जीने की ताकत देने वाला मानवता का सबसे सुंदर क्षण है। विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व सांसद राजेंद्र अग्रवाल, समाजसेवी वीरेंद्र कुमार शर्मा, जय भगवान, नीरज मित्तल, पूर्व मंडल अध्यक्ष रो. संजीव रस्तोगी, रो.हरि गुप्ता सहित रोटरी शिवम के अजय अग्रवाल, करण सेठी और चिराग गुप्ता ने आयोजन में शिरकत की। पूर्व सांसद अग्रवाल ने कहा जो कदम थम गए थे, वे अब फिर से चलेंगे। यह दृश्य देखना किसी वरदान से कम नहीं। उन्होंने संस्थान अध्यक्ष का खूब आभार जताया।
संस्थान के मीडिया एवं जनसंपर्क निदेशक भगवान प्रसाद गौड़ ने बताया कि 22 जून को आयोजित चयन शिविर में 400 से अधिक दिव्यांगजन पंजीकृत हुए थे, जिनमें से 223 आज कृत्रिम अंग पाकर जीवन की नई सुबह का स्वागत कर रहे हैं। करीब 30 लोगों को मल्टीपल लिंब लगाए गए। शिविर में 15 व्हील चेयर का निशुल्क वितरण भी हुआ।
रोटरी क्लब मेरठ शिवम् के प्रोजेक्ट चेयरमैन रो. प्रतीक जैन ने कहा कि इस शिविर का उद्देश्य दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना और उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाना है। क्लब की अध्यक्ष रो. तनु अग्रवाल, सचिव रो. रश्मि अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष रो. सौरभ अरोड़ा, प्रोजेक्ट को-चेयरमैन रो. अभिनव अग्रवाल, कोषाध्यक्ष रो. अमित अग्रवाल और सचिव रो. वर्षा जैन आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे। शिविर प्रभारी हरि प्रसाद लढ्ढा ने बताया कि संस्थान की 30 सदस्यीय टीम ने जर्मन तकनीक से निर्मित नारायण लिंब का फिटमेंट किया। डॉक्टरों ने लाभार्थियों को अंगों के उपयोग और देखभाल की विस्तृत जानकारी दी। जब कृत्रिम अंग पाकर दिव्यांगजन आत्मविश्वास से भरी परेड में आगे बढ़े, तो अतिथियों ने तालियां बजा उत्साहित किया। इस दौरान दिव्यांगों ने फुटबॉल भी खेला। आभार प्रदर्शन आश्रम प्रभारी धर्मेश गर्ग ने किया और संचालन ऐश्वर्य त्रिवेदी ने संभाला।
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