उपचार के दौरान भाजपा नेता की बहन की मौत पर अस्पताल में हंगामा
चिकित्सक पर उपचार में लापरवाही बरतने का लगाया आरोप
मेरठ। गढ़ रोड़ स्थित न्यूटिमा हॉस्पिटल में मंगलवार को उपचार के दौरान एक 123 किलो वजन की भाजपा नेता की बहन की मौत हो गयी। इसके बाद परिजनों चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह परिजनों को समझाबुझा कर मामले को शांत कराया।
भाजपा नेता व महानगर महामंत्री अरविंद गुप्ता मारवाड़ी की छोटी बहन रजनी गुप्ता की 11 जुलाई को बेरियाट्रिक सर्जरी हुई थी। रजनी गुप्ता की उम्र 55 साल है, जिनके पति का नाम ब्रजमोहन गुप्ता है।उनका वजन 123 किलो ग्राम था। उनका बीएमआई 55 था जबकि बीएमआई 25 होना चाहिए। जबकि नियमानुसार वजन 51 किलो होना चाहिए था । 11 जुलाई को बेरियाट्रिक सर्जरी कराई थी। मंगलवार को उनकी उपचार के दौरान मौत हो गयी। घरवालों का आरोप है कि सर्जरी करने वाले डॉक्टर ने स्टिच ठीक से नहीं लगाए, जिसके कारण उसकी बॉडी में इन्फेक्शन फैल गया। इससे मौत हो गई।इसके बाद अस्पताल में परिजन धरने पर बैठ गए। बेटी ने कहा कि मैं अपनी मम्मी की डेडबॉडी यहां से नहीं उठाऊंगी, जब तक डॉक्टर पकड़ा नहीं जाएगा।
सूचना पर किठौर विधायक शाहिद मंजूर भी पहुंचे। दो थानों की पुलिस फोर्स पहुंची। सीओ सिविल लाइन अभिषेक त्रिपाठी भी मौके पर पहुंचे। घरवालों को शांत कराने का प्रयास कर रहे हैं। महिला की बॉडी को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। प्राइवेट डॉक्टर्स भी पहुंच गए हैं। परिजनों का कहना था कि सर्जरी करने वाले डॉ. रिषि सिंघल की लापरवाही से हमारे मरीज की मौत हुई है। डॉक्टर के खिलाफ मेडिकल थाने में तहरीर दी है। सूचना पर मेडिकल थाना पुलिस भी पहुंची है।
तीन लाख 70 हजार लगी फीस
परिजनों ने बताया-रजनी और उसकी 28 साल की बेटी शिवानी दोनों ओवरवेट थीं। रजनी ने यह ऑपरेशन कराया था। 11 जुलाई को ऑपरेशन हुआ।इसके बाद दूसरे दिन ही रजनी की तबीयत बिगड़ने लगी। पेट में काफी दर्द था। जब डॉक्टर से कंसल्ट किया कि तो उन्होंने कहा कि नॉर्मल सर्जरी का दर्द है होता है।विक्स लगाने से सही हो जाएगा। लेकिन, रजनी का दर्द सही नहीं हुआ। ऑपरेशन के करीब 3 लाख 70 हजार की फीस लगी थी।
बेटी बोली-डेडबॉडी नहीं उठाऊंगी
महिला की बेटी शिवानी ने कहा-डॉक्टर ने हमारी मम्मी को बैठाकर कहा कि अरे रजनी जी आप बिल्कुल ठीक हो जाएंगी। हमारे यहां तो वो आते हैं जो इंसुलिन लगाकर आते हैं। लेकिन, आप तो बिल्कुल ठीक है।
हमें तीन दिन से नहीं बताया कि मेरी मम्मी को क्या दिक्कत हो रही है। इसने हमसे झूठ बोला। 2 बजे मेरी मम्मी को परेशानी हुई, लेकिन डॉक्टरों ने हमें बताया ही नहीं कि मम्मी को क्या हो रहा है।
क्या होती है बेरियाट्रिक सर्जरी
बेरियाट्रिक सर्जरी, जिसे वजन घटाने की सर्जरी भी कहा जाता है, एक ऐसी प्रक्रिया है जो मोटापे से ग्रस्त लोगों को वजन कम करने में मदद करती है। यह सर्जरी पाचन तंत्र के काम करने के तरीके को बदलकर, जैसे पेट का आकार बदलकर या पोषक तत्वों के अवशोषण को कम करके, वजन घटाने में मदद करती है।
बोले चिकित्सक
सर्जरी करने वाले चिकित्सक डा. डॉ. ऋषि सिंघल ने बताया कि रजनी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका वजन 123 किलाे ग्राम था। जो की उनकी उम्र से 72 किलो अधिक था। उनका बीएमआई 55 था जो कि 25 होना चाहिए। उन्हें मोटापा, रक्तचाप, थाइराइड, कलेस्ट्रोल,खर्राटे लेनी की बीमारी थी। पहले कभी उनको दिल का दौरा पड़ा था। लेकिन उन्हें पता चल नहीे पाया। उनकी बेरियाट्रिक सर्जरी की गयी थी। सब कुछ ठीक चल रहा था। उन्होंने बताया रजनी की बेटी की भी शनिवार को बेरयाट्रिक सर्जरीकी गयी थी । उन्हें भी मोटापे की बीमारी थी। रविवार को रजनी को घबराहट हुई। अगले दिन शरीर में इंन्फेक्शन फैलाना शुरू हो गया। 15 चिकित्सकों को उनका चैक किया। पांच बार उनके दिल ने काम करना बंद कर दिया था। चार बार सफलता मिली दिल फिर से काम करने लगा था। लेकिन मोटापे के कारण इन्फेक्शन के चलते उसकी मौत हो गयी।
No comments:
Post a Comment