आत्म शक्ति को संगठित करें शिक्षक: प्रो. जेपी लाल
वाराणसी। झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं काशी विभाग के संघ चालक प्रोफेसर जेपी लाल ने कहा कि शिक्षक यदि ठान ले तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है। कोई भी मशीन शिक्षक मस्तिष्क का मुकाबला नहीं कर सकती। आज हमें मैकाले को दोष देने के बजाय अपनी आत्म शक्ति को संगठित करके संपूर्ण मनोभाव से राष्ट्रवाद के पक्ष में कार्य करना पड़ेगा।
प्रो. लाल राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उ. प्र. की काशी महानगर इकाई द्वारा काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो. प्रभात कुमार सिंह दीक्षित के आवास पर होली मिलन समारोह एवं शैक्षिक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दीनानाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार सभी प्रदेशों में समान शिक्षण व्यवस्था लागू किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि परंपरागत शिक्षण के स्थान पर एआई का बढ़ता हस्तक्षेप संपूर्ण शिक्षण व्यवस्था को ध्वस्त कर देगा।
कार्यक्रम के अंत में सभी शिक्षकों द्वारा हिंदू समाज के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत विश्व हिंदू संघ एवं मालवी मिशन के पूर्ण समर्पित संस्थापक सदस्य एवं आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक डॉक्टर शंकर राव तत्ववादी के आकस्मिक तिरोधान पर 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।गोष्ठी का संचालन परिषद सदस्य डॉ. जगदीश सिंह दीक्षित ने एवं धन्यवाद ज्ञापन अमिताभ मिश्र ने किया।
संगोष्ठी में प्रो. राघवेंद्र कुमार पांडेय, प्रो. अरुण कुमार राय, डॉ. विनोद कुमार सिंह, प्रो. बीरेंद्र कुमार निर्मल, प्रो. अरविंद कुमार मिश्र, डॉ. माधवी तिवारी, प्रो. नलिन कुमार मिश्र, डॉ. बृजेश तिवारी, प्रो. नलिनी श्याम कामिल, प्रो. संतोष कुमार दूबे, प्रो. शैलेंद्र उपाध्याय, प्रो. शरद कुमार, प्रो. दयानंद प्रसाद साहा, नरेंद्र श्रीवास्तव, आशुतोष रत्न पाण्डेय इत्यादि मौजूद रहे।
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