अपराध को रोकने के लिए एसएसपी ने बनाया तीन स्वाट टीमें 

जिले में किया गया इस प्रकार का  प्रयोग

मेरठ। अपराध पर लगाम कसने के लिए कप्तान विपिन ताड़ा ने नया प्रयोग किया है। पहली बार  जिले में अब तीन स्वाट टीम का गठन किया है। ये सिटी, देहात से लेकर क्राइम पर अलग काम करेगी।

प्रभारी जन शिकायत प्रकोष्ठ से इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार काे स्वाट प्रथम टीम का प्रभारी बनाया गया है। टीम में हेडकांस्टेबल शक्ति सिंह, धर्मेंद्र कुमार, नरेंद्र नागर, विजय कुमार, अब्दुल कासिम, चंद्र प्रकाश, अरुण कुमार को रखा गया है।इसी तरह से स्वाट द्वितीय टीम में लाइन से इंस्पेक्टर अरुण कुमार को प्रभारी बनाया गया। एसआई मानवेंंद्र कुमार, हेडकांस्टेबल आशुतोष कुमार, खुर्शीद आलम, सिपाही अनुज कुमार, मनोज शर्मा, विशाल सोलंकी और पंकज कुमार को रखा गया है।स्वाट थर्ड टीम में एंटी व्हीकल थेफ्ट सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर सुमन कुमार सिंह को प्रभारी बनाया गया। हेड कांस्टेबल अनिल कुमार, अजीत कुमार, सुनील कुमार, अरुण चौहान, मोहम्मद कामिल को रखा गया है।प्रथम टीम एसपी क्राइम अवनीश कुमार के नेतृत्व में काम करेगी, जबकि द्वितीय टीम एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह और तृतीय टीम एसपी देहात डा. राकेश मिश्रा के नेतृत्व में काम करेगी।

एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि प्रथम स्वाट टीम संगठित अपराध पर काम करेगी। साइबर अपराधियों को पकड़ने में काम करेगी। बड़ी वारदात पर प्रथम स्वाट टीम को लगाया जाएगा।

डीआइजी कलानिधि नैथानी ने रेंज के सभी कप्तानों को कहा है कि एसओजी शब्द का प्रयोग किसी भी टीम के गठन में नहीं किया जाए। यदि किसी ने थाने में एसओजी बना रखी है, उसे तत्काल प्रभाव से निरस्त करें। इतना ही नहीं थानों में कोई भी पुलिसकर्मी सादी वर्दी में मौजूद नहीं रहेगा। अगर कोई भी सादी वर्दी में काम करेगा तो उसकी जिले के एसएसपी से अनुमति ली जायेगी।

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