मेरठ की 8 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर बनेंगे डिलीवरी पाइंट
यूपी में पीएचसी पर बनेंगे 250 डिलीवरी पाइंट
अस्पताल से ज्यादा कराए जाते हैं घरों में प्रसव
मेरठ। मातृ -शिशु की मृत्यु दर को कम करने के लिए मेरठ समेत प्रदेश में 250 डिलीवरी पाइंट बनाएं जाएंगे। मेरठ की 8 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर डिलीवरी पांइट बनाएं जाएंगे। इससे माृत -शिशु दर को कम करने में काफी कमी आएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अशोक कटारिया ने बताया में मेरठ जिले के परीक्षितगढ पीएचसी के अंतर्गत आने वाले अगवानपुर,जाहिदपुर, नवल जानी खुर्द के अंतर्गत कलंजरी, माछरा के अंतर्गत किठौर, मवाना कलाना के अंतर्गत आने वाले मवाना खुर्द , पीएचसी फफूंडा व सरधना पीएचसी पर डिलीवरी पाइंट बनाए जाएंगे। डिलीवरी पाइंट के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। जिन पीएचसी पर प्रसव की सुविधा शुरू होगी। पहले उनको चिन्हित कर मूल्यांकन किया जाएगा। प्र.त्येक जिले में तीन सदस्यीय टीम नामित की गई है। जहां पर उपकरणों की कमी है। उसे पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया जिले में 13 सीएचसी 33 पीएचसी व 27 यूपीएचसी है। जहां पर स्वास्थ्य सेवा वर्तमान समय में दी जा रही है।
सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया का कहना है कि गांवों में घर पर प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा दोनों को खतरा रहता है। जन्म के समय होने वाली मृत्यु दर में कमी लाने के लिए लोगों को संस्थागत प्रसव के प्रति जागरूक करने की जरूरत है।
NFHS-5 की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
दरअसल, यूपी में NFHS-5 की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि संस्थागत प्रसव से ज्यादा घरेलू प्रसव हुए है। जिस कारण मातृ-शिशु मृत्यु की दर में बढ़ोतरी हुई है। इस मृत्यु दर को कम करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने ये निर्णय लिया है। गर्भवतियों को समय से इलाज और प्रसव की सुविधा मिल सके और मां-बच्चे की जान को बचाया जा सके।
पीएचसी में बनाया जाएगा डिलीवरी कक्ष
पीएचसी में आसानी से गर्भवतियों को सुविधा मिल सके। इसके लिए एक कक्ष को चिन्हित किया जाएगा। प्रसव कराने के लिए सभी उपकरणों को रखा जाएगा। केंद्रों का मूल्यांकन के लिए टीमों का गठन भी प्रत्येक जिलों में कर दिया गया है, जो रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजेगी।जिला महिला अस्पताल से लेकर सीएचसी-पीएचसी तक प्रसव के लिए मारामारी रहती है। इस कारण परिजन उन्हें निजी अस्पतालों में ले जाकर इलाज कराते हैं। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए शासन ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी प्रसव की सुविधा शुरू करने के आदेश दिए हैं।
प्रति डिलीवरी पाइंट के लिए मिलेंगे दो लाख रूपये
प्रदेश में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर खुलने वाले डिलीवरी पाइंट के लिए सरकार ने प्रति केन्द्र के लिए दो लाख का बजट निर्धारित कर दिया है। मेरठ के आठ डिलीवरी केन्दों के लिए 16 लाख रूपये मिलेंगे। यह धन इक्यपमेंट खरीदने के लिए दिया गया है।
इन जिलों में बनेंगे डिलीवरी पांइट
मेरठ - 8
सहारनपुर - 7
शामली - 4
बागपत -7
मुरादबाद -3
रामपुर -11
संभल -15
सबसे अधिक बदायू में 25 डिलीवरी पांइट बनाए जाएंगे।
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