गया अहमदाबाद एमबीएस करने लौटा कफन लिपटा शव 

 बेटे का शव दे मॉ हुई बेसुध,नम आंखों से सूरज कुंड पर किया अंतिम संस्कार 

मेरठ  ।  तिरुपति गार्डन निवासी कारोबारी पंकज जैन के इकलौते बेटे प्रियांशु जैन की अहमदाबाद में बीच सड़क हत्या कर दी गई थी। मंगलवार तड़के छात्र का शव मेरठ पहुंच गया। 9.30 बजे सूरजकुंड पर शव का अंतिम संस्कार किया गया। परिजनों ने घर के इकलौते चिराग से नम आंखों से विदाई दी। वहीं उनकी मां बार-बार शव पर गिर पड़ रहीं थी और रोए जा रहीं थीं। वो बार-बार अपने बेटे को पुकार रहीं थीं।

छात्र के मौसा राजीव गोयल ने बताया कि छात्र प्रियांशु का शव  मंगलवार तड़के तीन बजे मेरठ पहुंच गई थी। पिता पंकज जैन बेटे की शव आए हैं। पहले अहमदाबाद से दिल्ली तक फ्लाइट से शव आया, फिर दिल्ली से मेरठ गाड़ी से लाया गया। घर पर शव जैसे ही पहुंचा कोहराम मच गया। कॉलोनी के लोग घर पहुंच गए। सभी ने छात्र को अंतिम विदाई दी।



छात्र प्रियांशु का शव जैसे ही घर पर पहुंची मां रेनू दौड़कर भागीं और चक्कर खाकर गिर गईं। रिश्तेदारों ने उन्हें संभाला, ढांढ़स बंधाया। वो रोए जा रहीं थीं। वो लोगों की तरफ हाथों से इशारा करतीं और कहती देखो ये क्या हो गया, जिस बच्चे को इन हाथों ने पाला, जो घर में सबका लाडला था, वो ऐसे कफन में आया है। उसे एमबीए करने भेजा था। यह कहते-कहते वह बेटे के शव से चिपक कर जोर जोर से रोने लगतीं।

लोग उन्हें पकड़ते समझाते, आंसू पोछते। मगर वह बार-बार बेटे के शव पर दोनों हाथ रखकर रोए जा रहीं थीं। पूरी कॉलोनी में मातम छाया है। जब बेटे की अर्थी उठी तो वह दोनों हाथ उठाकर दौड़ पड़ीं और गिरकर बेसुध हो गईं। लोगों ने उन्हें उठाया, पानी की छींटे चेहरे पर मारी।वहीं बहन गीतिका के भी आंसू नहीं थम रहे थे। वह बार-बार भाई की बातें याद कर रोए जा रही थी। भाई...अभी कल ही तो बात हुई थी। न्यू ईयर में आने को बोला था।

मम्मी न्यू ईयर मनाने जल्दी आऊंगा

 सोमवार सुबह 3 बजे घरवालों को कॉलेज से फोन आया। तब इस हादसे की जानकारी हुई। जैसे ही प्रियांशु के पापा पंकज और मम्मी रेनू ने ये खबर सुनी पैरों तले जमीन खिसक गई। मां को अपने कानों पर यकीन नहीं हुआ कि उसने जो सुना वो सच है। अभी दिवाली पर उसका लाड़ला बेटा घर आया था।4 नवंबर को वापस गया था। तब कहा था कि मम्मी न्यू ईयर मनाने जल्दी आऊंगा। लेकिन घरवालों को क्या पता था कि अब पूरा परिवार कभी साथ नया साल नहीं मना पाएगा।

दिवाली पर मेरठ आया था प्रियांश

सोमवार को पूरा दिन प्रियांशु के घर पर रिश्तेदारों का आना जाना लगा रहा। पापा पंकज जैन अलसुबह ही अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए। वहीं घर पर प्रियांशु की बहन और दूसरे रिश्तेदार भी पहुंचे। प्रियांशु के मौसाजी राजीव गोयल जो थापर नगर में रहते हैं वो पूरे परिवार को संभाले हुए हैं। राजीव ने बताया कि हमें सुबह सुबह ये मनहूस खबर सुनने मिली। प्रियांशु परिवार का इकलौता बेटा था। उसे वहां पढ़ने, कुछ बनने भेजा था। हमें नहीं पता था हमारे परिवार के साथ ऐसा होगा।

रविवार को दिन में परिवार की प्रियांशु से आखिरी बार बात हुई थी। प्रियांशु रोजाना पूरे परिवार से ग्रुप कॉलिंग पर बात करता था। रविवार को दिन में पूरी फैमिली जुड़ी और बात हुई। लेकिन वो प्रियांशु की अपने परिवार के साथ आखिरी कॉल बन गई।

पल्लवपुरम थाना खेत्र में सोफीपुर-लावड़ मार्ग स्थित तिरूपति गार्डन कालोनी में बी-9 निवासी कारोबारी पंकज जैन के परिवार में उनकी पत्नी रेनू जैन, बड़ी बेटी गितिका जैन और करीब 24 वर्षीय बेटा प्रियांशु जैन हैं। पंकज जैन का शारदा रोड पर रोक्सी इंडस्ट्रीज के नाम से ट्रेक्टर के स्पेयर पार्टस का कारोबार है।

बेटी गितिका कंपनी में कार्यरत है, जबकि पत्नी रेनू जैन घरेलू महिला है। पुत्र प्रियांशु जैन अहमादाबाद के कालेज में एमबीए द्वितीय वर्ष का छात्र था। अहमदाबाद में रविवार रात धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। कारोबारी का बेटा वहां पर एमबीए द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा था।मौसा राजीव गोयल ने बताया कि प्रियांशु शुरू से बेहद टैलेंटेड स्टूडेंट रहा। अपने जीवन में तरक्की की ऊंचाईयों को छूना चाहता था। पढ़ाई में होनहार प्रियांशु पहली कक्षा से लेकर एमबीए द्वितीय वर्ष तक प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होता रहा।

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