जाकिर कॉलोनी में तीन मंजिला मकान गिरा, अब तक 10 की मौत 
,      मरने वालों में 5 बच्चे शामिल,  रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

 रेस्क्यू ऑपरेशन बरसात के बाद भी जारी, मृतकों के परिजनो को चार-चार की सहायता राशि 

 मेरठ। कई दिनों से लगातार जारी बारिश के चलते शनिवार शाम जाकिर कॉलोनी में एक तीन मंजिला मकान भरभरा कर दिया पड़ा। जिसमें अब तक 10 की मौत हो गयी है। मरने वालों में पांच बच्चे शामिल है। एक साथ दस लोगों की मौत होने से पूरे क्षेत्र में कोहराम मच गया है। लखनऊ से लगातार मुख्यमंत्री द्वारा हादसे पर नजर रखी जा रही है। दो की हालत अभी स्थिर बतायी जा रही है। अन्य को निकालने का बचाव कार्य जारी है।    घटना की सूचना मिलते ही कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, एडीजी डीके ठाकुर, आईजी निचेकेता झा ,एसएसपी डॉ. विपिन टाडा, सीडीओ नुपुर गोयल और एसपी सिटी मय फोर्स के मौके पर पहुंचे। एनडीआरएफ एसडीआरएफ  की टीम लगातार मलबे में फंसे लोगों को निकालने के प्रयास मेंं जुटी है। 


 थाना लोहिया नगर क्षेत्र के अंतर्गत जाकिर कॉलोनी की गली नंबर 8 में नफ्फो का मकान है। इस मकान में उसके बेटे आबिद,  शाकिर, काशिफ, नईम और गोविंदा परिवार के साथ रहते हैं। पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के चलते शनिवार शाम नफ्फो का मकान भरभरा कर गिर पड़ा। मकान के मलबे में फरजाना, अलीशा, जिया, सानिया, नफीसा, साकिब और एक तीन माह की बच्ची सहित  एक दर्जन से अधिक लोग दब गए। मकान गिरते ही वहां चीख पुकार और अफरा तफरी मच गई। आसपास रह रहे लोग दौड़े और बचाव कार्य में जुट गए। जो मकान गिरा उस मकान के नीचे के हिस्से में दूध की डेरी थी। यहां भी लगभग एक दर्जन भैंस बंधी हुई थी, वो भी मलबे में दब गईं। फायर ब्रिगेड की टीमें भी मौके पर पहुंची और उन्होंने वेल्डिंग कटर से काटकर बड़े-बड़े बीम और पत्थरों को काटकर मलबे को हटाने का काम शुरू किया।   



लगातार हो रही बारिश से बचाव कार्य भी प्रभावित हो रहा था। इसके अलावा शहर का भीतरी इलाका होने के कारण जेसीबी भी घटना स्थल तक नहीं पहुंच पा रही थी  जिससे बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आईं। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि मकान के गिरते ही क्षेत्रवासियों ने बचाव कार्य शुरू कर दिया। इसी बीच पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। पुलिस और फायर सर्विस की टीमें पहुंचने से पहले ही क्षेत्रवासियों में खुद रेस्क्यू कर तीन लोगों को मलबे से बाहर निकाल लिया। फायर सर्विस के साथ आईं बड़ी मशीने भी अंदर नहीं जा पाईं जिस कारण फायर ब्रिगेड की टीमों ने मैन्युअली रेस्क्यू शुरू किया। घटना के 2 घंटे बाद दूसरी मशीन आई और तब कहीं जाकर बचाव कार्य में तेजी आई। जिस मकान में हादसा हुआ वह लगभग 35 से 40 साल पुराना बताया जा रहा है। क्षेत्रवासियों का यह भी कहना है कि मकान में मरम्मत न होने के कारण वह जर्जर होता जा रहा था। पुलिस में इलाके को चारों तरफ से सील कर दिया ताकि ज्यादा भीड़ घटना स्थल की ओर न आने पाए।  

 मंडलायुक्त  मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे ने बताया कि  बचाव कार्य  जारी है। अब तक हादसे में 10 लोगों की जान चली गयी है। बरसात के कारण राहत कार्य में परेशानी आ रही है। 

 घटनास्थल पर पहुंचे एडीजी डीके ठाकुर ने बताया-करीब सवा पांच बजे हादसा हुआ। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को बुलाया गया है। अब तक इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गयी है। जिसमें दो पुरूष शामिल है। जबकि आधा दर्जन से अधिक महिलाएं  शामिल है।  रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

  एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि तीन मंजिला मकान भरभराकर गिरा है। इसमें अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। । रेस्क्यू टीम बचाव कार्य में लगी है। 

 मरने वालों में 

 40 वर्षीय साजिद ,15 वर्षीय सानिया, डेढ वर्षीय सिमरा , 11 वर्षीय साकिब पुत्र साजिद, सात वर्षीय रिजा पुत्री साकिब, 63 वषीय नफ्फो पत्नी अलाउददीन  , बीस वर्षीय फरहाना पत्नी नदीम, 18 वर्षीय अलिशा पत्नी नईम व 6 साल की आलिया5 माह की रिमशा शामिल है। जबकि नईम, नदीम, साकिब  सायमा ,सूफियाना को बाहर निकाला जा चुका है जिनका उपचार किया जा रहा है। 

 

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