17 दिन बाद कब्र से निकाला गया सत्तार का शव
पोस्टमार्टम से खुलेगा मौत का राज
- संदिग्ध दशा में हुई पति की मौत को बता रही हत्या
- डीएम और एसपी को दुखड़ा सुनाकर लगाई थी गुहार
- दबंगों पर सजिशन पोस्टमार्टम से रोकने का लगाया आरोप
हापुड़ ।बीते 28 अगस्त की रात को गढ़ क्षेत्र के गांव अठसैनी के मध्य गंग नहर पुल के पास अज्ञात वाहन ने बाइक को अपनी चपेट में ले लिया था। जिससे बाइक पर सवार तीस वर्षीय सत्तार बुरी तरह जख्मी हो गया था, जिसे राहगीर आनन फानन में स्थानीय नर्सिंग होम को ले गए। जहां हालत नाजुक होती देख चिकित्सकों ने उसे मेरठ के लिए रेफर कर दिया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। जो मजदूरी के साथ ही स्याना चौपला पर ठेली पर सामान बेचने का कार्य करता था। सड़क दुर्घटना में सत्तार की मौत होने से उनके परिवार में कोहराम और मातम पसर गया था। जिसके बाद परिजनों ने सत्तार के शव का बिना पोस्टमार्टम कराए ही दफीना कर दिया था। शव को दफनाने के दो दिन बाद संदिग्ध दशा में हुई पति की मौत को हत्या बता रही पत्नी ने शव कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम कराए जाने की बात कहते हुए गांव के दबंग लोगों पर साजिश के तहत पोस्टमार्टम करवाने से रोकने का आरोप भी लगाते हुए पत्नी शहनाज ने गढ कोतवाली में पहुंचकर पुलिस को अपना दुखड़ा सुनाया। सत्तार ठेली लगाने के साथ ही परचून का सामान बेचकर परिवार की गुजर बसर करते थे। जिनकी 28 अगस्त की रात को संदिग्ध दशा में मौत हो गई थी, जिसे सडक़ दुर्घटना बताते हुए गांव के ही कुछ दबंग लोगों ने साजिश के तहत शव का पोस्टमार्टम नहीं कराने दिया था। महिला का कहना था कि सड़क दुर्घटना में मौत होने की बजाए उसके पति की साजिश के तहत घर से बुलाकर शराब पिलाने के बाद हत्या कर दी गई थी। क्योंकि उन्हें गांव के साथ ही पड़ोसी गांव अठसैनी के तीन युवक घर से बुलाकर अपने साथ ले गए थे। पीड़ित महिला ने हत्या का मुकदमा दर्ज कराते हुए पति के शव को कब्र से निकलवाकर पोस्टमार्टम कराए जाने के संबंध में डीएम और एसपी से गुहार लगाई थी। डीएम प्रेरणा शर्मा के आदेश पर शनिवार को मजिस्ट्रेट पवन यादव की मौजूदगी में गांव बदरखा में स्थित कब्रिस्तान से कब्र खोदकर सत्तार का शव निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद जो रिपोर्ट आएगी उसी के अनुसार पुलिस कार्रवाई करेगी।
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