विश्व फार्मासिस्ट दिवस परअंगदान जागरूकता रैली एवं वृहृद रक्तदान शिविर का आयोजन 

-किसी को अपना अंगदान (लीवर, किडनी, फेफड़े, पैनक्रियाज आदि) करके जहाँ आप उसको नया जीवन देते है वहीं स्वयं भी ‘अमर’ हो जाते है- डॉ. सुधीर गिरि

-मृत्यु पश्चात् शरीर को राख करने से अच्छा है, कि अंगदान कर किसी की खोई हुई मुस्कुराहट वापस लाने का पुनीत काम करे- डॉ. राजीव त्यागी, प्रतिकुलाधिपति

-वैश्विक स्वास्थ्य सेवाओं (ग्लोबल हेल्थ नीड्स) को पूर्ण करने में फार्मासिस्ट का अहम रोल- प्रो. (डा.) कृष्ण कान्त दवे, कुलपति 

-छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों ने वी.जी.आई. परिसर में वृहृद रक्तदान शिविर आयोजित कर 124 यूनिट रक्त संचय करने के साथ “अंगदान-महादान” के लिए रैली निकालकर लोगो को किया जागरूक 

मेरठ।  राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय एवं वी.जी.आई. मेरठ के संयुक्त तत्वाधान में “विश्व फार्मासिस्ट दिवस” पर “अंगदान-महादान” विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन किया गया । इसके साथ ही अंगदान के प्रति लोगो को जागरूक करने के उद्देश्य से संस्थान परिसर में एक जागरूकता रैली का भी आयोजन किया गया । इसके साथ ही वी.जी.आई. परिसर में वृहृद रक्तदान शिविर में संस्थान के छात्र-छात्राओ एवं फार्मेसी के शिक्षको ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए कुल 124 यूनिट रक्त संचय कर लोगों का जीवन बचाने की शपथ ली । इस अवसर पर अंगदान जागरूकता के लिए एक शिविर का भी आयोजन किया गया । 



श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय/संस्थान के स्वामी विवेकानन्द खेल परिसर में “अंगदान-महादान” विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमीनार, जागरूकता रैली एवं वृहृद रक्तदान शिविर का शुभारम्भ संस्थापक अध्यक्ष  सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी, कुलपति प्रो. (डॉ.) कृष्ण कान्त दवे, चीफ फार्मासिस्ट जिला हॉस्पिटल डा. प्रदीप कुमार, डा. नितिन सिंह, डीन फार्मेसी डा. ओमप्रकाश गुसाई, डीन डा. अश्विन सक्सेना  आदि ने सरस्वती माँ की प्रतिमा के सन्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया । 



अपने सम्बोधन में समूह चेयरमैन सुधीर गिरि ने कहा कि वैश्विक परिदृश्य में बदलती स्वास्थ्य एवं चिकित्सकीय जरूरतों को पूरा करने में फार्मासिस्ट का बहुत अहम रोल है | उन्होंने आगे कहा कि अंगदान या देहदान दुनिया का सर्वश्रेष्ठ दान है जिसमें एक ओर आप किसी जरूरतमंद को अपना अंग देकर उसे नया जीवन देते है, वही दूसरी और आप स्वयं में ‘अमर’ हो जाते है । उन्होने देहदान करने वालो की प्रशंसा करते हुए कहा कि हम सबको आगे बढकर अंगदान/ देहदान के लिए आगे आना चाहिये । प्रतिकुलाधिपति डा. राजीव त्यागी ने कहा कि मृत्यु के बाद इस शरीर की राख बनाने या मिट्टी बनाने से अच्छा है कि अंगदान कर किसी को नया जीवन देकर खुशियों की सौगात दे | कार्यक्रम को सी.ई.ओ. अजय श्रीवास्तव, कुलपति प्रो. (डॉ.) कृष्ण कान्त दवे, डीन ओमप्रकाश गुसाई एवं मेरठ परिसर निदेश डॉ. प्रताप सिंह ने भी सम्बोधित किया ।  

इस अवसर पर निदेशक एकेडेमिक डा. राजेश सिंह, डा. एस.एन.साहू, डा. एल.एस.रावत, डा. दिव्या गिरधर, डॉ. अश्विन कुमार सक्सेना, डॉ. ओमप्रकाश, डॉ. रमेश, अश्विनी गुप्ता, डॉ. शिल्पी शर्मा, डॉ. मोहित श्रीवास्तव, डॉ. धीरज दुबे, पंकज गिल, रवि सैनी, विक्की कुमार, श्रेष्ठ सिंह, रेनू सैनी, मनु भारती, प्रांशुल, फरहान उस्मानी, शिवांगी राज, तेजस्वी चौधरी, मंजु रानी, अंकुश गौतम, नितिन कुमार, डॉ. निधि सिंह, रितु, शिवाकान्त, गौरव, रवि, अरूण गोस्वामी, एस.एस. बघेल एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे ।

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