ट्रूकॉलर पेश करता है दुनिया का पहला AI कॉल स्कैनर: जो सबसे तेज़ और सबसे सटीक AI वॉइस स्कैम डिटेक्शन सिस्टम है
मेरठ : सिर्फ तीन सेकंड! बस इतने ही समय में AI वॉयस सिंथेसाइज़र आपकी आवाज़ का पूरा क्लोन तैयार कर देता है। गैर-कानूनी तरीके से वॉयस क्लोनिंग और स्पीच सिंथेसिस टेक्नोलॉजी लगातार बदल रही है और यह हर दिन आपकी सोच से कहीं अधिक बेहतर होती जा रही है, लेकिन बदकिस्मती से यह टेक्नोलॉजी पहले से ही एक कमोडिटी की तरह हर जगह उपलब्ध है। AI स्कैम की ये अगली लहर हमारी मानसिकता के सबसे कमज़ोर पक्ष को अपना शिकार बनाएगी: और हम अपनों के ख़तरे में होने के डर से इसका शिकार बन सकते हैं।
इसके बारे में बताते हुए एलन मामेडी, सीईओ एवं सह-संस्थापक, ट्रूकॉलर, ने कहा, "AI वॉयस सिंथेसाइज़र का दायरा बड़ी तेजी से बढ़ रहा है, और इसी वजह से AI वॉयस स्कैम के जोखिम भी बढ़ रहे हैं। हम चीजों के हाथ से निकलने से पहले एक कारगर और भरोसेमंद समाधान तैयार करना चाहते थे। मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि, ट्रूकॉलर दुनिया का ऐसा कॉलिंग ऐप है जिसमें AI वॉयस डिटेक्शन की सुविधा इनबिल्ट रूप से मौजूद है। ट्रूकॉलर पहले से ही कई अलग-अलग तरीकों से AI का उपयोग करता है और अब ट्रूकॉलर ने इसकी मदद से स्कैम से लड़ने की अपनी क्षमता को और बढ़ाया है, जो सचमुच बेहद ज़रूरी था।”
पूरी दुनिया में संचार के सबसे बड़े प्लेटफॉर्म, ट्रूकॉलर को स्पैम और स्कैम से लड़ने की क्षमताओं के अपने भंडार में बिल्कुल नए हथियार: AI कॉल स्कैनर की घोषणा करते हुए गर्व का अनुभव हो रहा है। AI कॉल स्कैनर इंसान की आवाज़ों और AI सिंथेसाइज़र से तैयार की गई आवाज़ों के बीच फर्क करने और उनका पता लगाने में माहिर है, जिससे लोगों को संभावित स्कैम और धोखाधड़ी से खुद को बचाने में मदद मिलती है।
AI कॉल स्कैनर सीधे ट्रूकॉलर एंड्रॉइड ऐप में बनाया गया है, जो कंपनी के प्रीमियम सब्सक्रिप्शन का हिस्सा है जिसे सबसे पहले अमेरिका में पेश किया गया, और उसके बाद इसे भारत तथा ट्रूकॉलर के दूसरे सबसे बड़े बाज़ारों में पेश किया जा रहा है। इस सिस्टम को डिज़ाइन करने में इस बात का ध्यान रखा गया है कि, यह बेहद सरल और कारगर हो। अगर किसी व्यक्ति को आने वाली कॉल पर शक होता है, तो उसे बस ट्रूकॉलर इंटरफ़ेस के भीतर इसके लिए खास तौर पर मौजूद बटन पर टैप करना होता है। कॉल करने वाले की आवाज़ रिकॉर्ड की जाती है और फिर हमारे एडवांस्ड AI मॉडल द्वारा इस आवाज़ के नमूने की प्रोसेसिंग की जाती है, जिसे इंसानी आवाज़ की अनोखी खासियतों को पहचानने और इसे AI द्वारा जनरेट किए गए आवाज़ों से अलग करने के लिए काफी सख्त ट्रेनिंग दी गई है। यह प्रक्रिया बस कुछ ही सेकंड में पूरी हो जाती है। हमें इस बात पर गर्व है कि हमने इसे अव्वल दर्जे की सटीकता के साथ लॉन्च किया है।
AI कॉल स्कैनर को सबसे पहले Android पर लॉन्च किया जा रहा है, साथ ही हम इसमें पहले से ही आगे के सुधार और इसके दायरे को बढ़ाने की राह पर आगे बढ़ रहे हैं, जिसमें आने वाले समय में इसे iOS पर लॉन्च करना भी शामिल है। हमारी टीम AI मॉडल की सटीकता को और बेहतर बनाने, प्रतिक्रिया में लगने वाले समय को कम करने और वॉयस सिंथेसिस टेक्नोलॉजी में उभरते ट्रेंड्स के अनुरूप ढलने के तरीकों पर सक्रिय तरीके से रिसर्च कर रही है। इसके अलावा, हम इसकी पहुँच और प्रभाव को बढ़ाने के लिए संचार के दूसरे प्लेटफ़ॉर्म एवं डिवाइस में AI कॉल स्कैनर को शामिल करने की संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं; उदाहरण के लिए, एक ऐसा चैटबॉट तैयार किया जा सकता है, जहाँ लोग रिकॉर्ड की गई क्लिप को फॉरवर्ड करके उसकी सच्चाई का पता लगा सकते हैं।
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