मुकेश सिद्धार्थ पर लगी रासुका
कलेक्ट्रेट परिसर में दिया था विवादित बयान
मेरठ। समाजवादी पार्टी के नेता मुकेश सिद्धार्थ की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है विवादित बयान पर सलाखों के पीछे पहुंचे मुकेश सिद्धार्थ पर अब राजू का की मंजूरी शासन से मिल गई है। अब 1 साल बाद ही उनकी जमानत हो पाएगी।
बता दें मुकेश सिद्धार्थ ने मेरठ के जिला अधिकारी कार्यालय के बाहर भाजपा के विधायक और ऊर्जा मंत्री समुद्र तोमर को जिंदा जलाने और उनके मकान को आग लगाने की सरेआम धाम की दी थी साथ ही पुलिस अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ उनके परिवार को भी अपशब्द गए थे जिसकी वीडियो वायरल भी हुई थी। मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस ने मुकेश सिद्धार्थ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार किया था तभी से ही मुकेश सिद्धार्थ जिला कारागार में बंद है।
एसएसपी मेरठ रोहित साजवान का कहना है कि ऊर्जा मंत्री को जिंदा जलाने में उनके मकान में आग लगाने के साथ भड़काओ भाषण देने और शासकीय प्रशासनिक अधिकारियों को अपशब्द कहने और पब्लिक को घुसने के आरोप में उनके खिलाफ राशि का की कार्रवाई शासन स्तर पर की गई है।
बता दे मुकेश सिद्धार्थ समाजवादी पार्टी में अखिलेश के काफी करीब रहे हैं और अखिलेश सरकार में यूपी में अनुसूचित जाति जनजाति वित्तीय विकास निगम के भी उपाध्यक्ष रह चुके हैं।
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