अधिगृहीत-भूमि के मुआवजे के लिए किसानों का प्रदर्शन
बोले- सरकार ने भूमि पर कब्जा ले लिया, लेकिन उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा
मेरठ।नेशनल हाईवे के निर्माण में अधिग्रहण भूमि के मुआवजे के लिए सोमवार को कलेक्ट्रेट में किसानों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपते हुए बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि किसानों को सरकार उचित मुआवजा दे नहीं तो अधिगृहीत भूमि वापस करे।
भारतीय किसान यूनियन (भानु ) के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने बताया कि शहर वासियों की सुविधा के लिए कस्बे किठौर से नेशनल हाईवे 709 ए का निर्माण हो रहा है। हाईवे के निर्माण में कस्बे में रहने वाले किसानों की भूमि भी अधिगृहीत हुई है। जिस पर सरकार द्वारा कब्जा ले लिया गया है। सरकार ने भूमि पर तो कब्जा ले लिया हैं, लेकिन उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि किसानों की आय का स्रोत केवल खेती होती हैं। वे जनता के विकास कार्य का विरोध नहीं कर रहे हैं। वे केवल अपनी उपजाऊ भूमि का मूल्य चाहते हैं।
मुआवजा नहीं मिलने पर बड़ा आंदोलन करेंगे
किसानों का कहना है कि उन्होंने जिले स्तर पर ज्ञापन दिया है। यदि उनकी अधिकृत भूमि का मुआवजा नहीं मिला तो बड़ा आंदोलन करेंगे। यदि उचित मुआवजा देने में असमर्थ है तो सरकार किसानों की भूमि वापस कर सकती है। अधिकृत भूमि पर खेती करके किसान अपने परिवार का पालन पोषण तो कर सकता है।
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