पात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में दर्ज होने से वंचित न रह जाए -नितेश व्यास 

 भारत निर्वाचन आयोग की 5वीं बैठक जनपद मेरठ में हुई सम्पन्न

 मेरठ।  आगामी लोक सभा सामान्य निर्वाचन के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों द्वारा उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के पुनरीक्षण संबंधी कार्याे की समीक्षा की जा रही है। इस क्रम में गुरूवार को जनपद मेरठ के ऊर्जा भवन सभागार में 15 जनपदों के जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक की गयी।

भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त  नितेश व्यास की अध्यक्षता में जनपद मेरठ में 15 जनपदों यथा मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बिजनौर, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, अमरोहा,  बुलन्दशहर,  मुरादाबाद,  संभल, रामपुर, पीलीभीत तथा बदायूं के जिलाधिकारियों/जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर आगामी लोक सभा सामान्य निर्वाचन की तैयारियों के परिप्रेक्ष्य में मतदाता सूची की तैयारियों के संबंध में चर्चा की।

बैठक में भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त  नितेश व्यास के साथ निदेशक  दीपाली मासिरकर, सचिव  पवन दीवान, अवर सचिव प्रफुल्ल अवस्थी तथा मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश नवदीप रिणवा के साथ अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी  रत्नेश सिंह के अतिरिक्त सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी  सुनीता सिंह भी उपस्थित रहीं।

बैठक में मतदाता सूची को शुद्ध बनाने हेतु अर्ह मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज करने, मृत मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने, ईपी एवं जेण्डर रेशियो सुधारने के संबंध में निर्देश दिये गये। जिलाधिकारियों/जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह निर्देश दिये गये कि यह प्रयास किया जाए कि किसी भी पात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में दर्ज होने से वंचित न रह जाए।

बैठक में 18-19 वर्ग के युवा मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने हेतु विश्वविद्यालयों, तकनीकी एवं मेडिकल कालेजों, आई0टी0आई0, पालीटेक्निक आदि शैक्षणिक संस्थाओं में विशेष कैम्प आयोजित करने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारियों/जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह निर्देश दिये गये कि विगत लोकसभा/विधानसभा सामान्य निर्वाचन में कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों को चिन्हित कर वहां मतदान प्रतिशत बढ़ाये जाने हेतु जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कराये जायें।

बैठक में जिलाधिकारियों/जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये गये कि राजनैतिक दलों के साथ निरन्तर बैठकें आयोजित कर मतदाता सूची को शुद्ध बनाने में उनके भी सुझाव ले लिये जाएं तथा उनके सुझावों का गुण-दोष के आधार पर परीक्षण कर कार्यान्वित करने के संबंध में भी कदम उठाये जाएं। आगामी दिनांक 27 अक्टूबर, 2023 से प्रारंभ होे रहे विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान के लिए कार्ययोजना बनाते हुए मतदाता फोटो पहचान पत्रों की समय से छपाई एवं वितरण कराये जाने के निर्देश दिये गये। प्राप्त सभी शिकायतों का गुणवत्तापरक निस्तारण निर्धारित समय-सीमा के अन्तर्गत सुनिश्चित कराये जाने के लिए निर्देश दिये गये।

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