सोफिया स्कूल प्रकरण में एनसीपीआर के चेयरमैन की नाराजगी
दोषियों को बचा रहा स्कूल, आरोपियों के खिलाफ क्यों नहीं कराया मुकदमा
मेरठ। सोफिया गर्ल्स स्कूल में स्पोर्ट्स कोच, पीटीआई द्वारा छात्राओं के साथ छेड़छाड़ मामले में अब राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने नाराजगी जताई है। एनसीपीसीआर ने पूरे मामले में स्कूल द्वारा आरोपियों को बचाने पर भी नाराजगी जाहिर की है। राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगा ने स्कूल से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।
नामचीन सोफिया गर्ल्स स्कूल में पिछले दिनों सातवीं कक्षा की छात्रा से स्पोर्ट्स कोच द्वारा छेड़खानी और गलत मैसेज करने का मामला सामने आया था। परिजनों ने स्कूल में कोच के खिलाफ शिकायत की थी। स्कूल पहले मामले को दबाता रहा। मिशनरी स्कूल होने का रौब जताकर मामले को दबाने का प्रयास करता रहा। लेकिन किसी तरह मामला मीडिया में सामने आया तो हंगामा मच गया। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने बैकडेट में कोच पिता, पुत्र को सस्पेंड कर दिया। बाद में नौकरी से भी फायर कर दिया है। वहीं पूरे मामले में एक जांच समिति गठित कर दी है जो जांच कर रही है।
बाल आयोग तक पहुंचा मामला
यह पूरा मामला अब राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग तक जा पहुंचा है। पीड़ित परिवार की तरफ से किसी ने इसकी शिकायत एनसीपीसीआर में कर दी है। इसके बाद आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने इस पर काफी नाराजगी जाहिर की है। क्योंकि मामला पॉक्सो एक्ट के उल्लंघन का है। आरोपी पिता, पुत्र दोनों की शिकायत अब तक स्कूल ने पुलिस से नहीं की है न ही पुलिस में कोई शिकायत कराई है। जबकि पुलिस शिकायत होना जरूरी है। दोनों आरोपी खुले घूम रहे हैं।
आयोग अध्यक्ष बोले पुलिस रिपोर्ट क्यों नहीं हुई
प्रियंक कानूनगो का कहना है कि मेरठ के सोफिया गर्ल्स स्कूल में सातवीं कक्षा की छात्रा के साथ स्कूल के पीटीआई, कोच जो दूसरे संप्रदाय के हैं उनके द्वारा छेड़छाड़ करने व यौन प्रताड़ना देने के मामले में शिकायत मिली है, शिकायत के अनुसार स्कूल से इस मामले में पूरी रिपोर्ट मांगी हैं, स्कूल ने इस मामले की पुलिस रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई जो कानून का उल्लंघन हैं कार्रवाई की जा रही है।
पूर्व प्रिंसिपल कर रही जांच
स्कूल ने मामले में जो तीन लोगों की एसआईटी बनाई है उसमें स्कूल की पिछली प्रिंसिपल सिस्टर कैरन भी शामिल हैं जो जांच कर रही हैं। दो दिन पहले ही जांच के लिए मेरठ आई थीं। वहीं स्कूल की पूर्व प्रिंसिपल और वर्तमान में डायसिस की सीनियर ऑफिसर सिस्टर गेल भी मामले को देख रही हैं। पूरे मामले को स्कूल अंदर ही अंदर दबाने का प्रयास कर रहा है।
गर्ल्स स्कूल में मेल कोच पर आपत्ति
बता दें कि आरोपी पिता, पुत्र दोनों सोफिया स्कूल में ही कोच, पीटीआई हैं। पिता शहबाज मिर्जा इसी स्कूल में 30 सालों से बॉस्केट बॉल कोच और पीटीआई है। पिछले दिनों अपने बेटे को भी इसी स्कूल में कोच की नौकरी पर रखवा दिया। स्कूल मैनेजमेंट ने भी गर्ल्स स्कूल में फीमेल कोच की बजाय मेल कोच अपाइंट किए हैं। इस पर भी पैरेंट्स को आपत्ति है। हालांकि चर्चा है कि इस पूरे मामले में स्कूल की किरकिरी हुई है अब स्कूल फीमेल कोच की तलाश कर रहा है।
हिंदूवादी नेताओं ने लगाया लवजिहाद का आरोप
मामला गैर संप्रदाय के लोगों से जुड़ा होने के कारण हिंदू संगठनों में काफी रोष है। हिंदू संगठनों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर विरोध जताया था। स्कूल में लवजिहाद का खेल चल रहा है। दूसरे धर्म के युवक इस तरह हिंदू बच्चियों का शोषण कर रहे हैं। स्कूल प्रशासन खामोश है। इसके बाद एसीएम ने मौके पर पहुंचकर हिंदूवादी नेताओं को समझाकर शांत कराया था। पुलिस हंगामा करने वाले इन नेताओं का रिकार्ड भी चैक करने में जुटी है।
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