संचारी रोग नियंत्रण माह

 लेप्टोस्पायरोसिस विषय पर सेमिनार का आयोजन  
मेरठ।   1 अप्रैल से 30 अप्रैल तथा दस्तक अभियान 17 अप्रैल से 30 अप्रैल तक मनाए जाने वाले संचारी रोग अभियान के तहत शुक्रवार को मेडिकल कालेज में  लेप्टोस्पायरोसिस विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया।
मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉक्टर वी डी पांडे ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तथा दस्तक अभियान 17 अप्रैल से 30 अप्रैल तक मनाया जाएगा इसी के क्रम में आज मेडिसिन विभाग लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज मेरठ में मेडिसिन विभाग तथा बाल रोग विभाग के चिकित्सकों, चिकित्सा शिक्षकों, जूनियर रेजिडेंट, नान पीजी चिकित्सकों के प्रशिक्षण हेतु  लेप्टोस्पायरोसिस विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया।

मेडिकल कालेज की संचारी रोग प्रभारी डॉक्टर स्नेह लता वर्मा ने बताया कि लेप्टोस्पायरोसिस (जिसके दूसरे कई नामों में फील्ड फीवर या रैट काउचर्स यलो या प्रटेबियल बुखार शामिल हैं। यह एक संक्रमण है जो लेप्टोस्पाइरा कहे जाने वाले कॉर्कस्क्रू-आकार के बैक्टीरिया से फैलता है। लक्षणों में हल्के-फुल्के सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और बुखार से लेकर फेफड़ों से रक्तस्राव या मस्तिष्क ज्वर जैसे गंभीर लक्षण शामिल हो सकते हैं। यदि संक्रमित व्यक्ति को समय पर सटीक इलाज नहीं मिलता है तो शरीर के कई अंग विफल हो जाते हैं मरीज गंभीर रूप से बीमार हो जाता है तथा मरीज की मृत्यु भी हो सकती है।
मेडिकल कॉलेज के संचारी रोग सह प्रभारी डा सूर्यकांत किरण मलिक  सहायक आचार्य मेडिसिन विभाग एवं डॉक्टर शिवांग ढाकर जूनियर रेजिडेंट मेडिसिन विभाग ने कहा कि लेप्टोस्पायरोसिस एक संचारी रोग है तथा एक बैक्टीरिया जनित बीमारी है। उन्होंने लेप्टोस्पायरोसिस के संक्रमण, लक्षण, जांच और उपचार पर विस्तृत व्याख्यान दिया।
प्रधानाचार्य डॉ आर सी गुप्ता ने बताया कि चिकित्सालय के चिकित्सक संचारी रोगों के इलाज करने में समर्थ एवं प्रशिक्षित हैं तथा संबंधित सुविधाएं एवं दवाएं भी उपलब्ध हैं।
इस अवसर पर डा आभा गुप्ता, डा योगिता सिंह, डा अरविंद कुमार, डॉक्टर संध्या गौतम, डा वी के त्यागी, डॉक्टर श्वेता शर्मा, डॉक्टर स्नेह लता वर्मा, डॉ एस के के मलिक, डा निशांत तायल, डॉ विक्रांत, डॉक्टर आदित्य ,डॉक्टर सुमित आदि उपस्थित रहे।

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