सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान में मिले 254 नये रोगी

20 हजार से अधिक की बलगम जांच कर 177 क्षय रोगी खोजे गए

क्लीनिकल डायग्नोसिस के बाद एक्स-रे से 77 में क्षय रोग की पुष्टि हुई

 


गाजियाबाद, 04 मार्च, 2023। शासन के निर्देश पर 20 फरवरी से शुरू हुए सक्रिय क्षय रोगी खोज (एसीएफ) अभियान में 254 क्षय रोगी खोजे गए हैं। पहले चरण में चार दिन तक आवासीय संस्थानों में अभियान चलाए जाने के बाद 24 फरवरी से तीन सौ एसीएफ टीम ने घर-घर जाकर कुल 8.40 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की। स्क्रीनिंग के दौरान एसीएफ टीम ने कुल 20, 461 लोगों में टीबी से मिलते जुलते लक्षण पाए और मौके पर ही स्पुटम (बलगम) का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा। स्पुटम जांच में कुल 177 लोगों में टीबी की पुष्टि हुईजबकि क्लीनिकल डायग्नोसिस के बाद एक्स-रे कराए जाने पर 77 लोगों में क्षय रोग की पुष्टि हुई। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया - जनपद के खोड़ाभोजपुर और लोनी क्षेत्र में एसीएफ के दौरान बड़े पैमाने पर टीबी जांच कराई गई। इन्हीं क्षेत्रों में ज्यादा क्षय रोगी मिले हैं। उन्होंने बताया - एसीएफ में उन्हीं क्षेत्रों में ज्यादा फोकस किया जाता है जहां अधिक रोगी होने की  आशंका होती है। अधिक रोगी खोजे जाने के बाद टीबी का फैलाव रोकने में मदद मिलती है। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. डीएम सक्सेना ने बताया - एसीएफ के दौरान जनपद में कुल 254 क्षय रोगियों को खोजकर उपचार शुरू कर दिया गया है।

डीटीओ ने जनपद वासियों से अपील की है कि टीबी से मिलते - जुलते लक्षण होने पर जांच अवश्य कराएं। दो सप्ताह से अधिक खांसीखांसते समय बलगम या खून आनासीने में दर्दवजन कम होनाबुखार रहना और रात में सोते समय पसीना आनाटीबी के लक्षण हो सकते हैं। डीटीओं ने बताया जनपद में सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी जांच की सुविधा उपलब्ध है। जांच में पुष्टि होने पर तत्काल उपचार शुरू किया जाता है और उपचार शुरू होने के दो सप्ताह बाद रोगी के साथ रहने वाले अन्य लोगों को संक्रमण की संभावना न के बराबर रहती है। टीबी का फैलाव रोकने के लिए जल्दी जांच और उपचार शुरू होना जरूरी है। 

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