अपर आयुक्त से ऊंची आवाज में बात करना लिपिक को पड़ा भारी

 पुलिस को बुलाकर भिजवाया थाने में , चार घंटे बाद छोड़ा गया
मेरठ । अपर आयुक्त चैत्रा वी के कार्यालय में  लिपिक को उन्हें ऊंची में बात करना उस समय भारी पडा गया। जअ अपर आयुक्त ने थाना सिविल लाइन थाना पुलिस को फोन लिपिक को थाने में भिजवाया ।  कचहरी चौकी में 4 घंटे तक लिपिक को हिरासत में रखा। उसके बाद छोड़ दिया।
 दरअसल अपर आयुक्त चैत्री वी ने आरसीएफ क े लिपित सुमित से विभाग जानकारी मांगी । इस पर सुमित सही नहीं दे पाया और ऊंवी आवाज में अपर आयुक्त से बात करने लगा । तभी उन्होंने सिविल थाने को फोन कर  आरएफसी के लिपिक को पुलिस बुलाकर थाने भेज दिया। बाबू को जैसे ही सिविल लाइन पुलिस जीप में लेकर पुलिस चौकी पहुंची तो कार्यालय में खलबली मच गई। जहां कर्मचारी भी आनन फानन में कार्यालय से गायब हो गये। पता चला कि अपर आयुक्त से ऊंची आवाज में बोलने और विभागीय जानकारी सही से न दे पाने के कारण लिपिक को थाने भेजा गया। चार घंट हिरासत में रखने के बाद लिपिक को छोड़ दिया।
सिविल लाइन इंस्पेक्टर ने बताया कि लिपिक सुमित को हिरासत में लिया गया था। अपर आयुक्त चैत्रा वी ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद लिपिक को हिरासत में लिया गया। बताया गया है कि आरटीआई की सूचना संबंधी जानकारी लिपिक द्वारा सही से नहीं दी गई। और पूछने पर वरिष्ठ अधिकारी के सामने ऊंची आवाज में बोलने लगा। जिसके बाद उच्च अधिकारी ने बाबू को थाने भेज दिया। बाद में लिपिक को छोड़ दिया गया। लिपिक निलंबित भी बताया गया है, जिसके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है।

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