पीएम मोदी ने मन की बात में आपातकाल को किया याद

- बोले- भारतीय इतिहास का काला अध्याय
नई दिल्ली (एजेंसी)।
पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में आपातकाल को याद किया। उन्होंने इसे भारत के इतिहास का ‘काला अध्याय’ बताया और कहा कि यह हमारी लोकतांत्रिक मानसिकता थी जिसकी आखिकार प्रबल जीत हुई।
मन की बात की 90वीं कड़ी की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज की पीढ़ी के नौजवानों को जानकार आश्यर्च होगा कि उनके माता-पिता का अपनी युवा अवस्था में जीवन का अधिकार छीन लिया गया था। 1975 में 25 जून को देश में आपातकाल लागू किया गया था। इसमें देश के नागरिकों से सारे अधिकार छीन लिए गए थे। उसमें से एक अधिकार संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत मिला ‘जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार’ भी था।
उन्होंने कहा कि उस समय भारत के लोकतंत्र को कुचल देने का प्रयास किया गया था। देश की अदालतें, हर संवैधानिक संस्था, प्रेस, सब पर नियंत्रण लगा दिया गया था। सेंसरशिप की ये हालत थी कि बिना स्वीकृति कुछ भी छापा नहीं जा सकता था।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने मशहूर गायक किशोर कुमार पर उस दौरान लगे प्रतिबंध का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने बताया कि सरकार की वाह-वाही करने से इनकार करने पर किशोर कुमार पर बैन लगा दिया गया। रेडियो पर उनके प्रवेश को ही हटा दिया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के लोगों ने लोकतांत्रिक तरीके से ही आपातकाल को हटाकर वापस, लोकतंत्र की स्थापना की। तानाशाही की मानसिकता को लोकतांत्रिक तरीके से पराजित करने का ऐसा उदाहरण पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है।
अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए मोदी ने कहा कि आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के एक सैनिक के रूप में देशवासियों के संघर्ष का गवाह रहने का साझेदार रहने का सौभाग्य उन्हें भी मिला था।

'खेलो इंडिया' से सामने आई असाधारण प्रतिभाएं
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल के दिनों में खेल प्रतियोगिताओं में युवा प्रतिभाओं की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस बार कई ऐसी प्रतिभाएं उभरकर आई हैं, जो बहुत साधारण परिवारों से हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने ‘खेलो इंडिया युवा खेल’ भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चौपड़ा और क्रिकेटर मिताली राज का उल्लेख किया। कहा कि हाल ही में आयोजित हुए ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स’ में हमारे खिलाड़ियों ने कई रिकॉर्ड बनाए। इन खेलों में कुल 12 रिकॉर्ड टूटे हैं - इतना ही नहीं, 11 रिकॉर्डस महिला खिलाड़ियों के नाम दर्ज हुए हैं । मणिपुर की एम मार्टिन देवी ने भारोत्तोलन में आठ रिकॉर्डस बनाए हैं । उन्होंने कहा कि खेलों इंडिया में इस बार कई ऐसी प्रतिभाएं उभरकर आई हैं, जो बहुत साधारण परिवारों से हैं। इन खिलाड़ियों ने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया और सफलता के इस मुकाम तक पहुंचे हैं। इनकी सफलता में इनके परिवार और माता- पिता की भी बड़ी भूमिका है।

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