मार्च निकालने पर भिड़े शिवसैनिक और खालिस्तान समर्थक

 जमकर चलीं ईंटें और तलवारें, प्रशासन ने कर्फ्यू लगाया

पटियाला (अरुण खोसला)।
पंजाब के पटियाला में शिवसेना (बाल ठाकरे) के खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च के विरोध में खालिस्तान समर्थकों ने भी मार्च निकाला। उन्होंने शिव सैनिकों को बंदर सेना का नाम देते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान शहर के ऐतिहासिक श्री काली माता मंदिर में उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जब बाहर शिव सैनिकों व खालिस्तान समर्थकों में जबरदस्त भिड़ंत हो गई।
दोनों तरफ से जमकर ईंट व पत्थर चले, तलवारें लहराई गईं और फायरिंग भी हुई। इस दौरान थाना त्रिपड़ी के एसएचओ एसआई कर्णवीर सिंह व एक अन्य पुलिस मुलाजिम समेत चार लोग घायल हो गए। घायलों में एक शिवसेना नेता व एक खालिस्तानी समर्थक बताया जा रहा है। इस मौके पर हालात पर काबू पाने के लिए एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने 15 राउंड फायर किए।
पुलिस दोपहर करीब तीन बजे तक हालात पर काबू पा सकी लेकिन खबर लिखे जाने तक खालिस्तान समर्थक सिख संगठनों का शहर के फव्वारा चौक पर धरना जारी था। उनकी मांग थी कि खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च की कॉल देने वाले शिवसेना के नेता इस झड़प के पीछे असली आरोपी हैं। जब तक उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, धरना जारी रहेगा। वहीं जिला प्रशासन ने हालात पर काबू पाने के लिए कर्फ्यू लगा दिया है।



दरअसल, सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने शुक्रवार को खालिस्तान का स्थापना दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसके जवाब में शिवसेना के पंजाब कार्यकारी प्रधान हरीश सिंगला ने 27 अप्रैल को घोषणा कर दी कि शुक्रवार को इन खालिस्तानी कट्टरवादी असामाजिक तत्वों को जवाब देने के लिए शिवसेना आर्य समाज चौक पर गुरपतवंत पन्नू का पुतला फूंकने के बाद बाजारों से खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकालेगी।
शिवसेना के इस आह्वान के मद्देनजर शुक्रवार को सुबह शहर के आर्य समाज चौक पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। सुबह 11 बजे जैसे ही शिवसेना ने अपना मार्च शुरू किया तो पता लगते ही खालिस्तानी समर्थकों ने पहुंच कर विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। हालांकि मौके पर मौजूद भारी पुलिस फोर्स ने समझा-बुझाकर दोनों पक्षों को शांत कर वहां से भेज दिया लेकिन इसके बाद खालिस्तानी समर्थक श्री काली माता मंदिर के बाहर तलवारें व डंडे लेकर पहुंचे। इस दौरान शिवसेना नेताओं व खालिस्तानी समर्थकों के बीच खूब ईंट-पत्थर चले।
एक नेता पर तेजधार हथियार से हमला भी हुआ। गर्म ख्यालियों को रोकते वक्त थाना त्रिपड़ी के एसएचओ एसआई कर्णवीर सिंह के हाथ पर तलवार भी लगी। एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने स्थिति पर काबू पाने के लिए 15 राउंड फायर भी किए। गौरतलब है कि कुछ वेब चैनलों ने एसएचओ का हाथ काटे जाने की खबर चला दी। जिसका डीसी साक्षी साहनी ने खंडन किया। एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने कहा कि मामले में घायलों के बयान लेने के बाद जो भी आरोपी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पटियाला में लगा कर्फ्यू, अस्पतालों, केमिस्ट शॉप और मीडिया को रहेगी छूट
मार्च निकालने को लेकर शिव सैनिकों और खालिस्तानी समर्थकों के बीच हुई भिड़ंत से बिगड़े हालात पर काबू पाने के लिए शहर में जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया है। डीसी साक्षी साहनी ने आदेश जारी किया है कि शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 सीआरपीसी के तहत मिले अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए शुक्रवार शाम सात बजे से शनिवार सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगाया जा रहा है। डीसी ने साफ किया है कि कर्फ्यू के ये आदेश अस्पतालों, केमिस्ट शॉप और मीडिया कर्मियों पर लागू नहीं होंगे।
झड़प की घटना बेहद गंभीरः भगवंत मान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पटियाला में झड़प की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने डीजीपी से बात की है। इलाके में शांति बहाल कर दी गई है। हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और किसी को भी राज्य में अशांति पैदा नहीं करने देंगे। पंजाब की शांति और सद्भाव अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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