उन्मुक्त भारत की चरित्रशाला से संस्कारवान बनेंगे देशभर के विद्यार्थीं
विश्व का सबसे बड़ा देशभक्ति की भावना से परिपूर्ण अभियान। महापुरूषों, ऋषि मुनियों एवं वीरों से सम्बंधित विश्व की सर्वाधिक लम्बी 1000 श्रृंखलाओं वाली चरित्रशाला निरन्तर गतिमान है।
मेरठ। उन्मुक्त भारत एवं सुभारती विश्वविद्यालय के संस्कृति विभाग द्वारा देशभर के एक हजार विद्यालयों में चरित्रशाला अभियान का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ उन्मुक्त भारत के राष्ट्रीय संयोजक डा. अतुल कृष्ण ने शुभकामना संदेश प्रेषित करके किया। उन्होंने कहा कि उन्मुक्त भारत द्वारा शिक्षा, चिकित्सा एवं समाज सेवा सहित राष्ट्र निर्माण हेतु विभिन्न कार्य किये जा रहे है। इसी क्रम में चरित्रशाला के अभियान द्वारा देशभर के विद्यालयों में अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों में राष्ट्र चरित्र निर्माण के गुण स्थापित किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि चरित्रशाला द्वारा विद्यार्थियों को देश के महापुरूषों के बलिदान एवं उनके जीवन से प्रेरणा दिलाई जाएगी ताकि सभी विद्यार्थीं संस्कारवान बनकर परिवार, समाज एवं राष्ट्र के दायित्व का निर्वाह कर सकें।
कार्यक्रम के मुख्य संयोजक संस्कृति विभागाध्यक्ष डा.विवेक कुमार ने बताया कि चरित्रशाला अभियान का शुभारंभ इंचौली के शॉर्पेन पब्लिक स्कूल से किया गया। उन्होंने बताया कि मसूरी पब्लिक स्कूल, वर्धमान एकेडमी, ऑक्सफोर्ड इंटरनेशनल स्कूल, शारदा पब्लिक स्कूल, साई इंटर कॉलिज,माना इंटर कॉलिज, नव ज्योति इंटर कॉलिज, जीवन ज्योती इंटर कॉलिज में उन्मुक्त भारत की टीम द्वारा सुबह विद्यालय की प्रार्थना के समय चरित्रशाला आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि उन्मुक्त भारत के राष्ट्रीय संयोजक डा. अतुल कृष्ण के विचारों को देश निर्माण हेतु युवा पीढ़ी में रोपित करने का कार्य किया जा रहा है। इससे हमारे देश के युवा चरित्रशाला के माध्यम से महापुरूषों, ऋषि मुनियों एवं वीरों के आदर्शों को आत्मसात करते हुए संस्कारवान बनकर अपनी शिक्षा व योग्यता से भारत का नाम विश्व पटल पर रोशन कर सकें। उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक युग में युवा पीढ़ी देश की सांस्कृतिक विरासत एवं भारतीय सभ्यता के इतिहास से दूर हो रही है और उन्मुक्त भारत का यही प्रयास है कि देश के संस्कारों एवं राष्ट्र निर्माण के तत्व को संजो कर युवा पीढ़ी का मार्ग दर्शन किया जाए।
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