मेरठ- पुलिस चाहे तो किसी मंदिर के बाहर से चप्पल न चोरी होने दे। लेकिन चोर आराम से चोरी या लूट करते है और निकल जाते है। कई बार तो पुलिस अपनी जिम्मेदारी से भी पल्ला झाड़ देती है और मामला दूसरे क्षेत्र का बता पीड़ित को चक्कर ही कटवाती रहती है। अब बात की जाए अगर नौचंदी थाने की तो जैदी फार्म क्षेत्र में  कई बार ऐसी घटनाये सामने आई  जिसे चौकी इंचार्ज ने सिर्फ खाना पूर्ति की जांच कर केस को ठन्डे बस्ते में रख दिया। ऐसा ही एक मामला फैजल मस्जिद रोड  का संज्ञान में आया है जहा एक युवक का मोबाइल लूट जाता है। और चौकी इंचार्ज  लूट की घटना न लिखकर मोबाईल गिरने की घटना लिखवा कर तहरीर पर मोहर लगा देते है। सात आठ दिन तक मोबाईल न मिलने पर युवक ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की तो वह से भी जवाब आया कि मोबाईल गिरने  की तहरीर है। लेकिन मोबाईल न तो सर्विलांस पर लगवाया गया न ही कोई जानकारी की गई। इतना समय होने पर व्यक्ति के बेटे लक्ष्य जोकि नोवी का छात्र है  ने अपनी मेल आई डी चेक की तो पता चला उस पर तो कोई नया न एक्टिव हुआ है। छात्र ने थाने में जानकारी न देकर सर्विलांस कार्यलय में जाकर जानकारी दी। वहा की टीम ने छात्र की जानकारी पर मोबाइल ट्रेस किया तो पता चला कि मोबाइल की लोकेशन हस्तिनापुर के आस पास की आ रही है। तत्काल ही इस मामले की जानकारी नौचंदी थानाध्यक्ष को दी गई और उनके  कहने पर चोरी की घटना की रिपोर्ट दर्ज हुई।  जैसे तैसे फिलहाल पीड़ित का मोबाइल तो मिल गया लेकिन कैसे और किसके पास इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts