बिनौली/बागपत- बागपत आज से पेड़ संरक्षण के मामले को लेकर एक अनूठे प्रयास के लिए जाना जायेगा। पौधारोपण और वृक्ष संरक्षण को लेकर संस्था हरित प्राण ट्रस्ट और वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 60 साल के एक पीपल के बड़े पेड़ का प्रतिस्थापन किया गया। जिसके सफल प्रयास से आज हरित प्राण ट्रस्ट टीम में बेहद उत्साह नजर आया।
बिनौली ब्लॉक में 60 वर्ष का एक पीपल का पेड़ समस्त जीव जंतु और मानव जाति को अपनी निस्वार्थ सेवा दे रहा था। मगर अचानक उक्त पेड़ के स्थान पर एक नया भवन निर्माण होना था। जिसके चलते इस पीपल के पेड़ कटान होना निश्चित था। जिसकी सूचना हरित प्राण ट्रस्ट को मिली तो उन्होंने इस संबंध में वन विभाग से बात की। वन अधिकारी डी॰एफ़॰
ओ॰ डाO कुलदीप सेठ ने इस वृक्ष की प्रतिस्थापन के बारे में हरित प्राण ट्रस्ट से बात की तथा पीपल वृक्ष की प्रतिस्थापना की गई।

कैसे किया गया पीपल के पेड़ की प्रतिस्थापना

 पौधों के संरक्षण में लगी संस्था हरित प्राण ट्रस्ट को इस दुर्लभ काम के लिए तैयार किया । जिसमे सर्वप्रथम पेड़ को काट छाँट कर हल्का किया गया और फिर चारों और से मिट्टी में ट्रेंच बनाकर उसमें पानी भर दिया गया। क़रीब १० दिन बाद जब पेड़ संभल गया तो इसके स्थान परिवर्तन को कार्यरूप देना निश्चित किया गया।
हरित प्राण और वन विभाग के संयुक्त प्रयास से इस विशालकाय पेड़ का आज दूसरे स्थान पर प्रतिस्थापन किया गया। जिसमे एक जे॰सी॰बी॰ और एक क्रेन की सहायता से इस पेड़ को जड़ सहित निकाल कर दूसरे सुरक्षित स्थान पर लगा दिया गया है।ऐसी आशा है कि यह पेड़ अनंत काल तक मानव और पशु पक्षियों, जीव जंतुओं की सेवा करता रहेगा।
इस अवसर पर डी॰एफ़॰ओ॰ कुलदीप सेठ ने कहा कि विशाल वृक्षों को काटना उचित नहीं जितने पेड़ हम बचा सके उतना ही अच्छा है।
हरित प्राण ट्रस्ट के अध्यक्ष डाक्टर दिनेश बंसल ने कहा कि क़ोरोना काल में दुनिया ने ओक्षिजन की कमी देखी है और पेड़ पौधों की कीमत समझी है जो हमेशा मानव जाति को जीने के लिए आक्सीजन निशुल्क उपलब्ध कराते है तो पेड़ संरक्षण अति आवश्यक है।
इस अवसर पर मुकेश चौधरी, रवि चौधरी, सुभाष जैन, महेंद्र गोयल, डाक्टर वैभव जैन, आशीष, राहुल विकास का विशेष योगदान रहा।

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