बागपत। अतिशय क्षेत्र दिगंबर जैन मंदिर बरनावा में अष्टह्निका महापर्व में हो रहे श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान में ब्रहमचारी प्रदीप पीयूष के निर्देशन में गुरुवार को 1024 अर्घ श्री फल प्रभु को समर्पित किये गए। 

इस मौके पर ब्रहमचारी प्रदीप पीयूष जी ने बताया कि सिद्धचक्र महामंडल विधान में क्रमसार अष्टगुन विधान, षोडश गुनानवित विधान,चौषट रिद्धि विधान,आश्रव दहन विधान,कर्म दहन विधान ,पंच परमेष्ठी विधान, एवं सहस्रनाम विधान सम्पन्न किये जाते है। गुरुवार को आठवां दिन होने पर सहस्रनाम विधान के माध्यम से एक हज़ार चौबीस श्री फल कोरोना महामारी के निवारणार्थ एवं सांसारिक सुख वैभव की प्राप्ति हो, सभी भव्य आत्माओं को प्राप्त हो, इसी उद्देश्य को लेकर श्रीफल समर्पित किए गए। बताया कि विधान में सहस्त्रनाम विधान संपन्न करेंगे और विश्व शांति की भावना से महायज्ञ पूर्ण आहूतियां  समर्पित की जाएगी। राजकुमार जैन, श्रीमती आशा वीरा बिल्डर्स सफदरजंग एन्क्लेव दिल्ली द्वारा बृहत शन्तिधारा की गई।
इस मौके पर बादामी देवी जैन, श्रीमती कृष्णा देवी जैन, श्री मती सरिता जैन, पूनम जैन, विशांत जैन आदि थे।

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