एटा। शहर से लेकर गांव तक स्कूली बच्चों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। प्रतिबंध के बावजूद गैस किट लगी वैन से बच्चों को ढोया जा रहा है। हालांकि परिवहन विभाग के अधिकारी ऐसे वाहनों पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इससे कभी भी बड़ा हादसा होने का खतरा है।
स्कूलों में जो वैन चल रही हैं, उनमें से अधिकतर में एलपीजी गैस किट लगी है। जब वैन चलती है तो उसमें बैठे बच्चों को एलपीजी की गंध का सामना करना पड़ता है। यह दमघोंटू होती है और कई बार बच्चे बीमार भी हो चुके। यह वैन गली मोहल्लों से लेकर शहर के वीआइपी इलाकों में चल रही है। तेल पर कम खर्च करने के चक्कर में वैन वाले गैस से चला रहे हैं। इन पर कार्रवाई करने के लिए एक एआरटीओ है, लेकिन वह कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
शहरी क्षेत्र के सभी स्कूलों में बच्चों को स्कूल तक लाने के लिए गाडिय़ां लगी हुई हैं। बसों के अलावा बड़ी संख्या में आटो, टेंपो और वैन का इस्तेमाल हो रहा है। शहरी क्षेत्र में डीजल से चलने वाले आटो और टेंपो का परमिट रद हो चुका है। इसके बावजूद वह बच्चों को ढो रही हैं। ट्रैफिक के नए नियम के अनुसार ऐसे वाहनों पर दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाना चाहिए।

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