बागपत। गौरीपुर जवाहरनगर में स्थित संकटमोचन श्री हनुमान मन्दिर की आलौकिक शक्तियों से सम्पन्न मंदिरों में गिनती होती है। बागपत के सोनीपत रोड़ पर बने इस चमत्कारी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुगण बताते है कि इस मन्दिर में असाध्य रोगों तक का ईलाज संकट मोचन श्री हनुमान जी की कृपा दृष्टि से होते देखा गया है, जिसके कई प्रमाण मौजूद है। 

श्रद्धालुगण हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित देशभर से अपने संकटों के निवारण के लिये इस मन्दिर में पहुॅंचते है। राजनैतिक, प्रशासनिक, न्यायिक, सामाजिक, शैक्षणिक आदि क्षेत्रों से जुड़ी जानी-मानी हस्तियों को इस मन्दिर में हाजरी लगाते देखा जा सकता है। संकट मोचन श्री हनुमान मन्दिर एवं सिद्ध आश्रम के संचालक धर्मवीर भगत जी बताते है कि प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नही होती। आने वाले श्रद्धालुगण इस मन्दिर के चमत्कारों को स्वयं बयां करते है। बताया कि इस मन्दिर परिसर में सुबह और शाम के समय नियमित रूप से हवन-यज्ञ होता है। मंदिर में समय-समय पर अखण्ड़ रामायण पाठ और भंड़ारे का आयोजन होता है। हनुमान जयंती पर देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालुगण इस मन्दिर में पहुॅचते है। संकट मोचन श्री हनुमान मन्दिर एवं सिद्ध आश्रम ही श्रद्धालुगणों के रहने और खाने-पीने की निशुल्क व्यवस्था करता है। मन्दिर के संचालक धर्मवीर भगतजी वर्षभर देश के विभिन्न धार्मिक तीर्थ स्थलों के दर्शन के लिये जाते है और वहां पर रामायण पाठ और भंड़ारे का आयोजन करते है। धर्मवीर जी श्रद्धालुगणों को भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते है। इस मन्दिर में नशा आदि करने वालो का प्रवेश पूर्णतया वर्जित है। मंदिर का निर्माण श्री श्री 108 ब्रहमलीन परम पूजनीय सतगुरू बाबा प्रयागदास जी महाराज और श्री श्री 1008 अनन्त श्री विभूशित ब्रहमलीन बाबा बुद्धदास जी महाराज खिचड़ी वालों की प्रेरणा से हुआ। दोनों गुरू जी अपना शरीर पूरा कर चुके है। मंदिर से जुड़े सभी लोगों का अटूट विश्वास है कि दोनों गुरूजी अजर-अमर और दिव्य पुरूष है और उनका आर्शीवाद हमेशा उनके साथ है।
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