मेरठ। हस्तिनापुर के मखदूमपुर पर कार्तिक पूर्णिमा मेला लगाने को लेकर हाथ में काली पटटी बांधकर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता आज कमिश्नरी धरने पर बैठे। आप जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी का कहना था कि हस्तिनापुर के मखदुमपुर गंगा घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पांच दिवसीय मेले का आयोजन होता था। लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए प्रति वर्ष लाखों की संख्या में मखदूमपुर जाते थे। इस मेले का आयोजन जिला पंचायत द्वारा होता है। जबकि पिछले दो सालों में कोरोना संक्रमण के कारण मेले का आयोजन स्थगित रहा। इस वर्ष लोगों को उम्मीद जगी थी कि गंगा की रेती में तंबू नगरी बसेगी और मेले का आयोजन होगा।
उन्होंने सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाया और कहा कि जिला पंचायत ने लाखों लोगों की आस्था के केंद्र मखदुमपुर मेले पर पानी फेर दिया है। जिला पंचायत समय रहते आयोजन को लेकर की जाने वाली तैयारी नहीं की गई। पूर्व के समय में मेला स्थल पर तैयारी महीनों पहले से शुरू कर दी जाती थी। जिसमें मेले स्थल पर जाने वाली अस्थाई सड़कों का निर्माण करना तंबू की व्यवस्था पीने के पानी के लिए नल की व्यवस्था लाइट की व्यवस्था सफाई की व्यवस्था साउंड की व्यवस्था चिकत्सा की व्यवस्था होती थी। लेकिन जिला पंचायत ने मखदुमपुर मेला स्थगित करने की घोषणा कर दी जबकि मखदुमपुर मेला लाखों हिदुओं की आस्था का केंद्र है। उन्होने कहा कि मांग है कि मेले लगाने की तत्काल व्यवस्था की जाए ताकि मेले के ऐतिहासिक महत्व को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी प्रशासन और जिला पंचायत से मांग की है। कि इस बार मेले का आयोजन की तैयारी की जाए और मखदूमपुर में पुरानी परंपरा का निर्वहन किया जाए।
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