मेरठ। शुक्रवार को जिले के 29 केंद्रों में कड़ी सुरक्षा और सतर्कता के बीच 13 हजार छात्र.छात्राओं ने बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा दी। दो पालियों में आयोजित की पहली पाली सुबह 9 बजे 12 बजे तक चली। अभ्यार्थी सुबह 6 बजे से ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गए थे। परीक्षा केंद्रों के बाहर अभ्यार्थियों और उनके परिजनों की भारी भीड़ जमा रही। सभी 29 केंद्रों पर लखनऊ से आए पर्यवेक्षक की उपस्थिति में प्रश्नपत्र की सील खुलवाई गई। बीएड प्रवेश परीक्ष के दौरान कोविड.19 के प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया गया। सभी परीक्षा केंद्रों पर सैनिटाइजर और मास्क की व्यवस्था की गई थी। अभ्यर्थियों को भी मास्क लगाकर परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबंध मेरठ और सहारनपुर मंडल में कुल 135 परीक्षा केंद्र बनाए गए । जहां 59 हजार से अधिक छात्र.छात्राओं ने परीक्षा में भाग लिया। हर जिले में परीक्षा केंद्र बनाकर अभ्यर्थियों की भीड़ को नियंत्रित किया गया है। हर जिले में परीक्षा केंद्रों पर नजर रखने के लिए उप नोडल समन्वयक और उप नोडल अधिकारी तैनात किए गए । लखनऊ विश्वविद्यालय के पर्यवेक्षक भी प्रवेश परीक्षा के दौरान सेंटरों का दौरा करते रहे। बीएड की प्रवेश परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग रखी गई है। जिसके बारे में अभ्यर्थियों को बता दिया गया। बतादें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में करीब 40 हजार बीएड की सीट हैं। जिसमें इस प्रवेश परीक्षा से दाखिले होंगे। नई शिक्षा नीति आने के बाद बीएड के पाठ्यक्रम में भी कई बदलाव किए जाने हैं इसके लिए कमेटी भी बनाई गई। हालांकि अभी प्रवेश लेने वाले छात्रों को पुराने पाठ्यक्रम में ही प्रवेश मिलेगा। बीएड प्रवेश परीक्षा में परीक्षा कक्ष में अभ्यर्थियों को फेस शिल्ड मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराए गए। प्रवेश परीक्षा के दौरान कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए। पुलिस और प्रशासन की टीमें केंद्रों का भ्रमण कर रही । महिला और पुरुष पुलिसकर्मी की ड्यूटी केंद्रों के बाहर लगाई गई है। जिलाधिकारी के बालाजी, सीडीओ और प्रशासन के अधिकारी परीक्षा केंद्रों का भ्रमण किया। स्टेटिक टीमें जांच के लिए लगाई गई । कोरोना के संक्रमण के चलते कई केन्द्रों पर अभ्यथियों की उपस्थिति कम रही।
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