नई दिल्ली। हिन्दी अकादमी, मुंबई ने प्रसिद्ध व्यंग्यकार डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा ‘उरतृप्त’ को ज्ञान रत्न सम्मान से सम्मानित किया। हिन्दी अकादमी, मुंबई के अध्यक्ष डॉ. प्रमोद पांडेय ने उन्हें यह सम्मान उनकी सारस्वत साधना, हिंदी सेवा तथा हिदी अकादमी द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में सक्रिय सहभागिता के लिए दिया।
डॉ. मिश्रा व्यंग्य विधा इतिहास के वीकिपीडिया में वर्तमान लेखकों की सूची में शामिल हैं। उनकी प्रसिद्धी का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है उन्होंने अब तक दस से अधिक पुस्तकों की रचना तथा संपादन किया है। साथ ही देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में नियमित रूप से व्यंग्य लेख लिख रहे हैं। तेलंगाना सरकार की प्रथम, द्वितीय भाषा तथा गैरभाषी 50 से अधिक पुस्तकों में बतौर लेखक, अनुवादक, समन्वयक तथा संपादक के रूप में सेवाएँ दे चुके हैं। इनके अतिरिक्त तेलंगाना से हिंदी भाषा के लेखक के रूप में एनसीईआरटी तथा सीआईटी में अपनी महत्वपूर्ण सेवाएँ दे रहे हैं।
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