पुलिस संग मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में वैक्सीन लगाने को उतरी स्वास्थ्य विभाग की टीम
मेरठ। सातवें अंतराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर जहां लोगों ने सुबह योग शिविर में भाग लेकर स्वास्थ्य होने का संदेश दिया। वहीं दूसरी ओर इसी योग दिवस पर स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों को कोरोना से मुक्त करने के लिए घर-घर वैक्सीनेशन का काम शुरू कर दिया। योग दिवस के इस मौके पर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में पुलिस के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मोहल्लों में दस्तक दी। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के लिए मुस्लिम बाहुल्य इलाके मुसीबत बने हुए हैं। खासकर श्याम नगर, लक्खीपुरा, समर गार्डन, नूर नगर, जाकिर कालोनी, हुमायूनगर,गोला कुंआ, इस्लामाबाद जैसे क्षेत्र। इन क्षेत्रों में कोरोना का सेंपल लेने के लिए गई स्वास्थ्य विभाग की टीम को भी बंधक बनाकर पीटा जा चुका है। स्वास्थ्य विभाग की टीम पर कई बार हमले भी हो चुके हैं। पुलिस के साथ पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अभियान के दौरान लोगों को टीकाकरण के लाभ बताए गए और उनको टीके के लिए प्रेरित किया। बता दे कि वैक्सीन का डोर-टू-डोर अभियान आगामी 1 जुलाई से शुरू होगा। लेकिन इसके लिए ट्रायल आज सोमवार से शुरू कर दिया गया। यह ट्रायल अभियान 30 जून तक चलाया जाएगा। उसके बाद एक जुलाई से टीकाकरण अभियान पूरे जिले में वृहद पैमाने पर चलाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ पुलिस और प्रशासन की टीम भी लगाई गई है। जिसमें मजिस्ट्रेट,सीओ और एसीएमओ क्षेत्र में लोगों को कोरोना टीकाकरण के बारे में जानकारी दे रहे हैं। अभियान में स्वास्थ्य विभाग की 45 टीमें महानगर में लगाई गई हैं। कोरोना टीकाकरण अभियान की गति मुस्लिम बस्तियों में काफी धीमी है। यह इसी बात से बता चलता है कि अब तक मात्र 13 प्रतिशत वैक्सीनेशन ही मुस्लिम इलाकों में हो पाया है। कोरोना वैक्सीनेशन की मुस्लिम इलाकों में धीमी गति तीसरी लहर में घातक हो सकती है।
No comments:
Post a Comment